भव्य 'अक्षय संयम यात्रा' के साथ आचार्य श्री महाश्रमण का वेसू में मंगल प्रवेश
Akshay Saiyam Yatra: आचार्य श्री महाश्रमणजी की यात्रा जिन मार्गों से गुजर रही थी, वहां जैन अजैन सभी महातपस्वी का ओज देखकर स्वयं अभ्यर्थना में वंदन कर रहा था.
Akshay Saiyam Yatra: अनुकम्पा के अक्षय पुरुष, समस्त मानव जाति के कल्याण के प्रति समर्पित, अणुव्रत यात्रा के प्रणेता युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी का अक्षय तृतीया प्रवास हेतु विशाल जनमेदनी वाली भव्य "अक्षय संयम यात्रा" रैली के साथ भगवान महावीर यूनिवर्सिटी वेसु में मंगल प्रवेश हुआ.
आज सुबह 6 बजकर 50 मिनट पर आचार्य श्री महाश्रमणजी अपनी धवल सेना सह तेरापंथ भवन पर्वत पाटिया से लगभग 10 किलोमीटर का विहार कर अणुव्रत द्वार, सिटीलाइट पहुंचे, जहां हजारों हजार की संख्या में महिला, पुरुष, बालक, वृद्ध अपने आराध्य की अगवानी हेतु पलक पावड़े बिछाए उपस्थित थे. विभिन्न झांकियों एवं मधुर गीतों की स्वर लहरियों, तेरापंथ धर्म संघ की समस्त संघीय संस्थाओं के पंक्तिबद्ध सदस्य समूह के साथ निकली अनुशासन बद्ध "अक्षय संयम यात्रा" को हर सूरतवासी आश्चर्य एवं कोतुहल की दृष्टि से निहार रहा था.
आचार्य श्री महाश्रमणजी की यात्रा जिन मार्गों से गुजर रही थी, वहां जैन अजैन सभी महातपस्वी का ओज देखकर स्वयं अभ्यर्थना में वंदन कर रहा था. लगभग 9:30 बजे भव्य रैली विशाल जनसमूह के साथ भगवान महावीर यूनिवर्सिटी के परिपार्श्व में बने महावीर समवसरण में धर्मसभा में परिवर्तित ही गई. आचार्य श्री महाश्रमण अक्षय तृतीया प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय सुराणा ने बताया कि 23 अप्रेल को प्रातः 8 बजे अक्षय तृतीया महोत्सव प्रारम्भ होगा, जहां आचार्य श्री की सन्निधि में 1111 से अधिक तपस्वी वर्षीतप का पारणा करेंगे.
वहीं, सिटी तड़का के फाउंडर और अक्षय तृतीया प्रवास व्यवस्था समिति के मीडिया विभाग से विश्वेष संघवी ने बताया कि अक्षय तृतीया के अवसर पर सूरत की धरा पर होने वाला यह पारणा इसलिए भी विशेष और ऐतिहासिक है कि भारत में पहली बार तेरापंथ धर्म संघ में 1111 से अधिक तपस्वी आचार्य श्री के सानिध्य में पारणा करेंगे. आचार्य श्री का आगामी 5 मई 2023 तक सूरत में प्रवास रहेगा. इस दौरान विभिन्न धार्मिक आध्यात्मिक अनुष्ठान आचार्य श्री के सानिध्य में आयोजित होंगे, जिसका लाभ लेने हेतु समिति की ओर से सुरतवासीयों को आह्वान किया गया है.