एक अभूतपूर्व कदम में, झांसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में ऑर्थोपेडिक देखभाल के लिए एक नया मानक स्थापित करते हुए, रोबोटिक विधि से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरुआत की है. यह नवीनतम तकनीक रोगियों को सटीकता और पुनर्प्राप्ति का वह स्तर प्रदान करती है जो पहले संभव नहीं था.
अस्पताल में रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के अग्रणी विशेषज्ञ डॉ. गौरव कुमार अपना अनुभव साझा करते हुए कहते हैं, “बुंदेलखंड में रोगी देखभाल के लिए रोबोटिक-सहायक घुटने रिप्लेसमेंट स रोबोटिक विधि से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी को अपनाना एक महत्वपूर्ण कदम है. यह हमें अद्वितीय सटीकता के साथ सर्जरी प्रदान करने में सक्षम बनाता है, जिससे बेहतर परिणाम और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होता है.''
यह प्रक्रिया रोगी के घुटने का एक विस्तृत 3डी मॉडल बनाने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करती है, जो सर्जन को असाधारण सटीकता के साथ प्रत्यारोपण लगाने में मार्गदर्शन करती है. यह नग्न आँखों से होने वाली त्रुटि की संभावना को कम करता है और सर्जरी के बाद घुटने की कार्यक्षमता अधिक प्राकृतिक हो जाती है. प्रत्येक सर्जरी को रोगी की विशिष्ट शारीरिक रचना के अनुरूप बनाया जाता है, जिससे इष्टतम परिणाम और रोगी की संतुष्टि सुनिश्चित होती है.
रोबोटिक तकनीक की सटीकता का मतलब आसपास के ऊतकों को कम नुकसान पहुंचाना भी है, जिसके परिणामस्वरूप दर्द, सूजन और रक्त की हानि कम हो जाती है. यह दैनिक गतिविधियों में तेजी से वापसी और अधिक आरामदायक पुनर्प्राप्ति प्रक्रिया की अनुमति देता है.
डॉ. कुमार इस तकनीक के फायदों पर जोर देते हैं, “रोबोटिक विधि से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी ने लगातार उत्कृष्ट परिणाम दिखाए हैं. मरीजों को जटिलताओं के कम जोखिम के साथ उच्च संतुष्टि और बेहतर संयुक्त कार्य का अनुभव होता है, जिससे सर्जरी सुरक्षित और अधिक प्रभावी हो जाती है.
झांसी ऑर्थोपेडिक अस्पताल अग्रणी चिकित्सा प्रौद्योगिकी और रोगी-केंद्रित देखभाल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है. रोबोटिक सहायता से घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरूआत ने इस क्षेत्र में अग्रणी के रूप में इसकी प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है.
यह महत्वपूर्ण विकास मध्य भारत के लिए अद्वितीय है, जो झांसी ऑर्थोपेडिक अस्पताल को उन्नत सर्जिकल विकल्पों में सबसे आगे रखता है. चूंकि घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी में रोबोटिक सहायता नया मानक बन गई है, मरीज भविष्य में बढ़ीहुई सर्जिकल परिशुद्धता और तेजी से रिकवरी की आशा कर सकते हैं.
इस अत्याधुनिक तकनीक के बारे में अतिरिक्त जानकारी के लिए मरीज डॉ. गौरव कुमार से व्हाट्सएप (919935984446) पर संपर्क कर सकते हैं या अधिक जानने के लिए झांसी ऑर्थोपेडिक हॉस्पिटल की वेबसाइट पर जा सकते हैं. आर्थोपेडिक देखभाल चाहने वाले लोग अस्पताल में उनके साथ परामर्श सत्र भी निर्धारित कर सकते हैं.
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