नई दिल्लीः अगर आप इंडिगो या गो एयर की उड़ान लेने जा रहे हैं तो घर से निकलने के पहले एक बार एयरलाइन से उड़ान को लेकर पूरी जानकारी जरुर ले लें. क्योंकि इंजन की परेशानियों की वजह से इंडिगो के ग्यारह और गो एय़र के तीन विमानों को जमीन पर उतार दिया गया है. सीधे शब्दों में कहें ये तो परेशानी पूरी तरह से दूर होने तक ये विमान उड़ान नहीं भर सकेंगे.


औसतन एक विमान दिन में छह से आठ उडान भरते हैं. ऐसे मे अब अगर 14 विमान जमीन पर उतार लिए जाए तो हर रोज 84 से 112 उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं. इंडिगो और गो, दोनो ने ही, नागरिक विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए के निर्देश मिलने की बात मानी है, लेकिन अभी तक ये जानकारी नहीं दी कि कितनी उड़ानें प्रभावित होंगी, अलबत्ता यात्रियों को कम से कम परेशानी होने का भरोसा दिलाया है. ध्यान रहे कि करीब 40 फीसदी हिस्सेदारी के साथ इंडिगो भारतीय विमानन बाजार की सबसे बड़ी कंपनी है और ये 156 विमानों के जरिए हर रोज करीब एक हजार उड़ानें मुहैया कराती है. दूसरी ओर गो एयर की बाजार हिस्सेदारी करीब नौ फीसदी है और ये 32 विमानों के साथ हर दिन करीब 140 उडानें मुहैया कराती है. इंडिगो और गो दोनों ही बजट एयरलाइंस की श्रेणी में आती हैं.


दरअसल, इंडिगो और गो, दोनों, के बेड़े मे शामिल एय़रबस ए 320 नियो किस्म के विमानों में लगे प्रैक एंड व्हिटनी (पी एंड ड्ब्ल्यू) के इंजन ने दिक्कतें खड़ी कर रखी है. क्रम संख्या 450 और आगे के इंजन में खराबी की बात बार-बार आ रही है. पिछले 20 दिनों में कम से तीन ऐसे वाकये हुए जिसमे टेक ऑफ के बाद एक इंजन ने काम करना बंद कर दिया. पहला वाकया 24 फरवरी का है जब लेह से उड़ान भरने के बाद गो एय़र के विमान में ये परेशानी आयी जबकि 5 मार्च को इंडिगो की मुंबई और 12 मार्च को अहमदाबाद से इंडिगो की उड़ान भरने के बाद इंजन बंद हो गया. डीजीसीए का कहना है कि अभी तक इंजन निर्माता कंपनी ने समस्या सुलझाए जाने की कोई समय सीमा नहीं दी है, हालांकि जून 2018 तक सभी प्रभावित इंजन बदलने की बात जरुरी कही है. इसी के बाद यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर डीजीसीए ने दोनो ही एयरलाइस ने तत्काल प्रभाव से अपने कुछ विमानों को जमीन पर उतारने का निर्देश दिया.


डीजीसीए के निर्देश पर पहले ही तीन विमान जमीन पर उतारे जा चुके है जिनमें दोनों ही इंजन में परेशानी आ रही थी. ताजा निर्देश के दायरे मे अब 11 विमान है जिनमें एक-एक इंजन प्रभावित है. यानी कुल मिलाकर 14 विमान फिलहाल उड़ान नहीं भर सकेंगे. 14 में इंडिगो के 11 और गो के 3 विमान शामिल है.


इंडिगो ने डीजीसीए से निर्देश मिलने की बात मानी. साथ ही सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता देने के अपने वायदे के साथ निर्देश पर तत्काल अमल की बात कही. विमानन कंपनी ने भरोसा दिलाया कि वो प्रभावित विमानों से जुड़े उड़ानों के यात्रियों को दूसरी उड़ानों पर जगह देगी. दूसरी ओर गो ने भी कहा कि उसे डीजीसीए से निर्देश मिला है. गो का ये भी कहना है कि वो अपनी उड़ान के कार्यक्रमों में जरुरी फेरबदल कर रही है. आखिरी मिनट के बदलाव से जिन यात्रियों पर असर पड़ा है, उनकी दिक्कतों को कम करने की कोशिश है.