नोटबंदी के बाद बैंकों में 19.5 करोड़ रुपये के नकली नोट जमाः वित्त मंत्री
नई दिल्लीः नोटबंदी के बाद बैंकों में नकली नोट भी जमा कराए गए हैं और ये साफ हो चुका है. सरकार के पास इसका अस्थाई आंकड़ा भी आ चुका है. नोटबंदी के बाद अब तक बैंकों में 19.5 करोड़ रुपये के नकली नोट जमा कराए जा चुके हैं. पर इसको अंतिम आंकड़ा माना नहीं जा सकता है. ये आंकड़ा सरकार ने लोकसभा में बताया है. फिलहाल बैंकों में कितने करोड़ रुपये के नकली नोट नोटबंदी के बाद जमा हुए हैं इसकी जांच चल रही है और जल्द ही आखिरी आंकड़ा जारी कर दिया जाएगा.
लोकसभा में चंदू लाल साहू के प्रश्न के लिखित उत्तर में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बैंकों में नकली नोटों के जमा होने की खबर भी सामने आई है पर आधिकारिक आंकड़ा अभी आने में वक्त लगेगा. इसके अलावा नोटबंदी के बाद जनधन खातों में जमा रकम में भारी इजाफा हुआ है. अरुण जेटली ने कहा कि 9 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री जनधन खातों में 44,034 करोड़ रुपए कुल पैसा जमा था, जो 25 जनवरी 2017 को 64,914 करोड़ रुपये हो चुका है.
जन धन खातों में जमा रकम में हुआ भारी इजाफा
साफ है कि नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री जनधन योजना के अंतर्गत खोले गए खातों में जमा की जाने वाली राशि में भारी बढ़त हुई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को कानूनी तौर पर चलन से बाहर कर दिया था.
नोटंबदी के बाद केंद्र की सरकार के पास सरकार ने बताया कि नोटबंदी की घोषणा के बाद 25 जनवरी 2017 को प्रधानमंत्री जनधन खातों में 64,914 करोड़ रुपये की धनराशि जमा थी जो नोटबंदी लागू होने की तिथि से 20,884 करोड़ रुपये अधिक है.
वित्त मंत्री ने कहा कि वैसे खाताधारकों जिनके खातों में जमाराशि उनकी खुद की होने में शंका है, आयकर विभाग ने उनके खातों में 9 नवंबर 2016 से 30 दिसंबर 2016 के दौरान जमा कैश के सत्यापन के लिए 5100 से अधिक नोटिस जारी किये हैं. ऐसे बैंक खातों में जनधन खाते भी बड़ी संख्या में शामिल हैं.