Glass Business: एक बार फिर दुनिया में कोरोना महामारी को लेकर हल्ला मचने लगा है. इसका बड़ा असर कांच आइटमों के निर्यात पर पड़ रहा है. पूरी दुनिया में सुहागनगरी फिरोजाबाद में बनने वाले कांच के हैंडीक्राफ्ट उत्पाद खूब उपयोग में लाये जाते हैं. कांच उत्पादों के निर्यात का सालाना कारोबार लगभग 800 करोड़ से अधिक है.
कांच उत्पादो के निर्यातकों को विदेशों से 3 त्योहारों पर खूब आर्डर मिलते हैं. इनमें अप्रैल माह में होने वाला ईस्टर, सितंबर माह में मनाए जाने वाला हॉर्वेस्ट पर्व और तीसरा सबसे बड़ा पर्व का क्रिसमस है. इस वर्ष कांच निर्यातकों ने ईस्टर पर्व के लिए मिले ऑर्डर तो मार्च से पहले ही भेजे दिए थैे. लेकिन हॉर्वेस्ट और क्रिसमस पर्व के लिए मिले आर्डरों को भेजनी की तैयारी थी.
विदेशों के आर्डर होल्ड पर
विदेशों से मिले आर्डर को होल्ड पर डाल दिए गए है. द ग्लास एक्सपोर्ट एसोसिएशन के अनुसार जुलाई माह तक करीब 300 करोड़ के आर्डर निरस्त हो गए है. क्रिसमस-डे के लिए 30 प्रतिशत आर्डर भी नहीं मिले हैं. यूक्रेन और रूस युद्ध की वजह से करीब 200 करोड़ रु के ऑर्डर होल्ड पर हैं, जिससे साफ है कि ऑर्डर कैंसिल भी हो सकते हैं. कांच बनाने के केमिकल भी यूरोप देशो से आते हैं और इनके दामों में अचानक से भारी उछाल आ गया है.
विदेशो में जमा हुआ स्टॉक
रूस-यूक्रेन के बीच हुई तनातनी के चलते अमेरिका, ब्राज़ील, स्वीडन, इंग्लैंड और नार्वे, नीदरलैंड के देशों के ग्राहकों ने पहले से ही कांच आइटम के स्टॉक जमा कर लिए हैं. बैलेंस स्टॉक जमा होने एवं खुदरा बाजारों डिपार्टमेंटल स्टोर्स में ग्राहकों की कमी को देखते हुए विदेशी ग्राहकों ने फिरोजाबाद के कांच उत्पादों के ऑर्डर को कम करने के साथ ही नए ऑर्डर भी जारी करने पर रोक लगा दी है. कांच कारोबारी की माने तो पहले की अपेक्षा इस साल विदेशी आर्डरो में लगभग 50% तक की कमी आई है.
इन देशों में निर्यात होते हैं कांच उत्पाद
अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, इंग्लैंड, स्पेन, इटली, स्वीडन, डेनमार्क, कोलंबिया और फ्रांस।
ये हैंडीक्राफ्ट होते है निर्यात
फ्लावर पॉट, कैंडल स्टैंड, क्रिस्टल बॉल, क्रिसमस ट्री, बाथरूम में साज सज्जा के आइटम, कैंडल होल्डर, लाइटेन, बॉल आदि।
- कांच हैंडीक्राफ्ट आइटमों का सालाना कारोबार - लगभग 800 करोड़
- पंजीकृत निर्यातकों की संख्या - 108
- सक्रिय निर्यातकों की संख्या - लगभग 70
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