नई दिल्लीः आज भी देश के अलग अलग हिस्सों में कैश के क्रिमिनल से करोड़ों रुपये जब्त किये गये हैं. कहीं ईडी का एक्शन हुआ तो कहीं इनकम टैक्स वालों ने छापेमारी की. लोकल पुलिस भी पीछे नहीं है. देश में अब तक कुल मिलाकर 290 करोड़ रुपये नई करेंसी में पकड़ी जा चुकी है. सोचिए अगर ये करेंसी सही तरीके से बैंकों या एटीएम के जरिए लोगों को मिल पाती तो देश में कैश को लेकर जो अफरातफरी मची है वो ना होती. देखिए कहां-कहां कितना कैश अब तक मिला है-
बंगलुरु में 93 लाख कैश ईडी ने ग्राहक बनकर जब्त किया. वहीं बंगलुरु में रिजर्व बैंक अफसर ने जो हेराफेरी की उसमें 16 लाख 84 हजार कैश जब्त हुआ. गुवाहाटी में कल रात 1 करोड़ 54 लाख एक कारोबारी के घर से मिले. नवी मुंबई में 23 लाख 70 हजार रुपये बरामद हुए. ठाणे के उल्लासनगर में 9 लाख 76 हजार रुपये मिले. वडोदरा में 19 लाख 67 हजार जब्त हुए. गुरुग्राम से 7 लाख 92 हजार जब्त हो चुके हैं. उत्तराखंड के रूद्रपुर में 10 लाख जब्त किए गए और नासिक में नोटों से भरे 2 बैग होटल से बरामद हुए.
इसके अलावा सीआईएसएफ ने भी आज जो आंकड़ा जारी किया है उसके मुताबिक देश के 10 एयरपोर्ट से 60 करोड़ कैश जब्त हुए हैं जो पुराने नोट हैं. अगर कैश के क्रिमिनल से बरामद हो रहे नोटों के उन आंकड़ों पर नजर डालें तो चौंक जाएंगे. इन पैसों से अगर आपकी जिंदगी का सीधा वास्ता होता तो देखिये क्या कुछ हो सकता था.
अब तक करीब 290 करोड़ रुपये बरामद किये जा चुके हैं. अगर ये एटीएम में आए होते तो साढ़े 14 लाख लोगों को 2000-2000 रुपये मिल सकते थे. 40 लाख रुपये डालकर 725 एटीएम फुल किये जा सकते हैं. अगर बैंक से 24 हजार रुपये निकालते तो 1 लाख 20 हजार लोगों को इतने पैसे मिलते. शादी वाले परिवार में 2.5 लाख मिलते तो 11 हजार से ज्यादा परिवारों को पैसे मिल जाते.
बच्चे की स्कूल फीस सालाना 30,000 तो है 10 हजार लोग अपने बच्चों को 10 साल तक पढ़ा सकते थे. अगर आपके परिवार का मासिक खर्च 10 हजार है तो आप जैसे 2 लाख नब्बे हजार लोगों के घर का खर्च चल सकता था. एक शौचालय बनाने में 10 हजार का खर्च लगता है तो 2 लाख नब्बे हजार शौचालय बन सकते थे. वहीं एक स्कूल अगर 5 लाख रुपये में बनता है तो देश के हर जिले में 8 नए स्कूल बन सकते थे.