Bank Account Closed: साल 2025 के पहले दिन यानी कि कल से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकिंग सिस्टम में कुछ बदलाव किए जाने का ऐलान कर दिया है, जिसका असर करोड़ों की संख्या में लोगों पर पड़ सकता है. रिजर्व बैंक का यह नया नियम बैंक अकाउंट पर लागू होने जा रहा है. आरबीआई के निर्देशानुसार, साल के पहले दिन से ही तीन तरह के अकाउंट बंद हो जाएंगे. ऐसे में आप भी फटाफट चेक कर लें कि कहीं आपका बैंक अकाउंट भी तो इनमें नहीं शामिल.
इस वजह से RBI ने लिया बड़ा फैसला
आरबीआई ने यह फैसला धोखाधड़ी के मामलों को रोकने, बैंकिंग सेक्टर में ट्रांसपरेंसी व डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देने और साइबर फ्रॉड के जोखिम को कम करने के लिए लिया है. बता दें कि आरबीआई ने ऐसे बैंक अकाउंट को बंद करने का फैसला लिया है, जिनमें पिछले 12 महीनों से किसी प्रकार की कोई गतिविधि नहीं हुई है. यानी कि जो अकाउंट बीते 12 महीनों या इससे ज्यादा समय से बंद हैं.
इनएक्टिव अकाउंट
जिन बैंक अकाउंट में पिछले 12 महीनों या उससे ज्यादा समय से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है, उन्हें इनएक्टिव कैटेगरी में डाला जाएगा. अगर किसी अकाउंट होल्डर ने एक साल या उससे अधिक समय से अपने अकाउंट में किसी तरह का कोई लेनदेन नहीं किया है, तो इस स्थिति में इसे इनएक्टिव कैटेगरी में डालते हुए बंद कर दिया जाएगा. आप चाहें तो बाद में अपने बैंक से संपर्क कर इसे एक्टिव करा सकते हैं. यह फैसला अकाउंट को धोखाधड़ी से बचाने के लिए लिया गया है.
जीरो बैलेंस अकाउंट
ऐसे अकाउंट जिनमें लंबे समय से शून्य बैलेंस हैं उन्हें भी 1 जनवरी से बंद कर दिया जाएगा. यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि इन्हें किसी दुरुपयोग से बचाया जा सके. इसके साथ ही इस कदम का मकसद ग्राहकों को अपने खातों का उपयोग बार-बार करने के लिए प्रोत्साहित भी करना है. अगर आपके भी अकाउंट में लंबे समय से जीरो बैलेंस है, तो तुरंत अपने बैंक की नजदीकी शाखा में जाए और केवाईसी कराएं.
डोरमेट अकाउंट
यह एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें दो साल या उससे अधिक समय से कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है. ये अकाउंट साइबर अपराधियों के निशाने पर रहते हैं और हैक कर लिए जाते हैं, जिनका इस्तेमाल बाद में लोगों को ठगने के लिए किया जाता है.
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