Women Do Not Invest Money at All : आमतौर पर देखा गया है कि भारत में महिलाओं के अंदर बचत (Savings) करने की अच्छी आदत होती है. वही दूसरी ओर LXME द्वारा एक्सिस माय इंडिया (Axis My India) के साथ मिलकर किए सर्वे (Survey) में कुछ अलग ही बातें सामने आ रही है. सर्वे के अनुसार देश की 33 फीसदी महिलाएं निवेश (Investment) के बारे में कुछ भी ध्यान नहीं देती है. बाकि महिलाओं की पहली पसंद सोना (Gold) और फिक्स्ड डिपाजिट (FD) है.


हर जगह बढ़ी भागीदारी 
आज के समय में हर सेक्टर में महिलाओं ने अपनी भागीदारी को मजबूत किया है. सरकार भी इन्हे आगे लाने के कई प्रयास कर रही हैं. आज आईटी सेक्टर हो, बैंकिंग हो, अकाउंटेंसी, फैशन, मेडिकल प्रोफेशन, मीडिया इंडस्ट्रीज़ हर जगह महिलाओं को बड़ी संख्या में काम करते देखा जा सकता है. वही शेयर बाजार और दूसरे तरह के निवेश (Investment) में उनकी भागीदारी पुरुषों की तुलना में काफी कम है. 


देखें सर्वे में क्या आया 
आपको बता दे किLXME द्वारा एक्सिस माय इंडिया के साथ मिलकर किए सर्वे में पता चला कि भारत में 33 फीसदी महिलाएं किसी तरह का निवेश नहीं करती हैं. हालाँकि यह आंकड़ा 21 से 25 उम्र के वर्ग में 40 फीसदी रहा हैं. देश की 55 फीसदी महिलाओं को निवेश के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. कई महिलाएं सिर्फ सेविंग्स करती हैं, निवेश में उनकी भागीदारी कम है. वही दूसरी ओर कई महिलाएं कंपनियों में बड़ी जिम्मेदारियां के चलते सिर्फ अपना घर और बच्चों की चिंता में उलझे रहने के कारण निवेश नहीं कर पाती हैं.


Gold और FD 
भारत में महिलाएं निवेश करती हैं, लेकिन उन्हें सबसे ज्यादा सोने के गहनों, बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), पीपीएफ (PPF), एन्डॉमेंट पॉलिसी पर निवेश करने पर भरोसा होगा हैं. इस सर्वे में 42 फीसदी महिलाओं को सोने के गहनों में निवेश करना अच्छा लगता हैं. 35 फीसदी महिलाओं का कहना है कि वे बैंक एफडी में पैसे लगाती हैं. इससे यह स्पष्ट है कि पैसे को इनफ्लेशन के असर से बचाने और वेल्थ क्रिएशन के लिए वे कुछ नहीं करती हैं.


कम रिटर्न
आपको बता दे कि सोने के गहनों और बैंक एफडी के निवेशों से मिलने वाला रिटर्न सालाना 5-6 फीसदी से ज्यादा नहीं होता. वहीं सिर्फ शेयर ही अकेला ऐसा एसेट हैं, जिसका प्रदर्शन दूसरे एसेट क्लास के मुकाबले काफी अच्छे रहे है.


100 में सिर्फ 21 महिलाएं
भातीय शेयर बाजार में महिलाओं की भागीदारी काफी कम है. इसमें पुरुषों की ज्यादा हिस्सेदारी है. भारत का शेयर बाजार दुनिया का छठा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है. सूत्रों के अनुसार महिलाओं की भागीदारी केवल 21 फीसदी है. इस तरह से भारत में हर 100 निवेशकों में से सिर्फ 21 महिलाएं हैं. दुनिया के बाकी उभरते बाजारों वाले देशों में यह आंकड़ा भारत की तुलना में बेहद अच्छा है. चीन में 34 फीसदी, दक्षिण अफ्रीका में 33 फीसदी और मलेशिया में 29 फीसदी रही हैं.


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