5 Crore Rupees Corpus: ग्लोबल मार्केट में आजकल रिटायरमेंट जल्दी लेने का ट्रेंड चल रहा है. नौकरी या बिजनेस या कोई भी रोजगार करने वालों का मानना है कि बुढ़ापे के लिए पैसे का इंतजाम हो जाए तो 60 साल तक काम करने की जरूरत क्या है. ऐसे लोग अर्ली रिटायरमेंट लेकर अपने ऊर्जावान दिनों में जिंदगी का आनंद लेना चाहते हैं और अपने औसत लाइफस्टाइल को बनाए रखने के लिए पैसे का इंतजाम करने की प्लानिंग भी करके चलते हैं. हम आपको ऐसी ही 3 स्ट्रेटेजी बता रहे हैं जिससे आप भी 50 साल की उमर तक 5 करोड़ रुपये का कोष हासिल कर सकते हैं और जल्दी काम से छुट्टी लेकर अपना जिंदगी एंजॉय कर सकते हैं.


स्ट्रेटेजी 1


मान लीजिए कि निवेशक 25 साल का है और उसके मनमाफिक रिटायरमेंट (50 साल की आयु) के लिए अभी 24 साल बाकी हैं. 50 साल की उम्र में 5 करोड़ रुपये के फंड या कॉरपस के लिए ऐसे निवेशक को हर साल 1,92,500 रुपये यानी 1.92 लाख रुपये सालाना बचाने होंगे. यानी आपको हर महीने 16,042 रुपये का मंथली इंवेस्टमेंट करना होगा. अगर आप इसी लक्ष्य पर चलते हैं तो इस सेविंग के लिए 10 फीसदी सालाना रिटर्न रेट के हिसाब से मानक रखें.


स्ट्रेटेजी 2


अगर इंवेस्टर 30 साल का है तो मनचाहे रिटायरमेंट के लिए अभी 19 साल बाकी हैं. 50 साल की उम्र में 5 करोड़ रुपये हासिल करने के लिए आपके जैसे लोगों को 4 लाख रुपये हर साल बचाने होंगे. इसे हर महीने में बांटने के लिहाज से देखें तो 33,333 रुपये का मासिक निवेश करना होगा. यानी 1 लाख रुपये तक की मासिक सैलरी वाले औसत एंप्लाई को अपनी मंथली इनकम का 30 फीसदी बचाना होगा. ये ज्यादा इसलिए लग सकता है क्योंकि अगर आपने 30 साल की उम्र से ये निवेश या बचत शुरू की है तो थोड़ी देर कर दी है, लिहाजा बचत भी ऊंची करनी होगी. जैसा कि आप जानते हैं कि वित्तीय नियमों के तहत जैसे ही आप कमाना शुरू करते हैं, पैसा बचाना या निवेश करना भी तभी से चालू कर देना चाहिए.


स्ट्रेटेजी 3


35 साल की आयु वाले लोगों के पास 50 साल की उम्र में 5 करोड़ हासिल करने हैं तो उनके पास बचत के लिए अब केवल 14 साल बाकी हैं. लक्ष्य 5 करोड़ है तो हर साल आपको 8,85,000 रुपये बचाने होंगे. हर महीने 73,750 रुपये की सेविंग करने के जरिए आप ये 8.85 लाख रुपये बचा लेंगे. इस पर 10 फीसदी का औसत रिटर्न मानकर आप अपना 5 करोड़ रुपये का टारगेट हासिल कर सकते हैं.


औसत 10 फीसदी रिटर्न का बेंचमार्क क्यों लिया?


इस उदाहरण के लिए हमने मौजूदा वित्तीय ढांचे के हिसाब से 10 फीसदी का औसत रिटर्न एक बेंचमार्क माना है. इसको अलग-अलग उम्र के हिसाब से अलग-अलग रिटर्न का मानक भी दिया है क्योंकि फाइनेंशियल जगत में उम्र बदलने के साथ मिलने वाला रिटर्न भी ऊपर-नीचे होता है. इसके पीछे रिटर्न, ऐसेट क्लास का टाइप, जोखिम (रिस्क) और कितने साल का निवेश बचा है- ये सब कारक मुख्य रूप से अंतर डालते हैं.


वित्तीय जगत में औसत संभावित रिटर्न


40 साल की आयु तक 12 फीसदी 
41-45 साल की उम्र तक 9 फीसदी 
46-50 साल की उम्र तक 7 फीसदी 


नोटः ये रिटर्न इंडस्ट्री सामान्य स्टैंडर्ड के हिसाब से कैलकुलेट किए गए हैं.


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