5G Spectrum Auction: देश में 5जी (5th Generation) स्पेक्ट्रम के लिए लगातार चली नीलामी का आज 5वां दिन था और अब सरकार की ओर से केंद्रीय आईटी व टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव इसकी जानकारी दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज स्पेक्ट्रम ऑक्शन लगभग आखिरी दौर में है और इसके पूरा होते ही भारत के इतिहास में ये बड़ी घटना होगी. 


भारत के टेलीकॉम उद्योग को ग्लोबल बेंचमार्क के साथ लाना है- केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव 
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें साफ तौर से कहा है कि भारत का टेलीकॉम सेक्टर पूरी तरह रिफॉर्म होना चाहिए और इसके लिए केंद्र सरकार को जो भी प्रयास करने हो वो करने चाहिए. शुरू से ही हम इस सोच के साथ चले कि भारत के टेलीकॉम इंडस्ट्री को ग्लोबल बेंचमार्क के साथ तालमेल बिठाता हुआ बनाना चाहिए और इसके लिए सरकार की ओर से मैराथन प्रयास किए जा रहे हैं.


केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश में केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में दो बड़े एलान किए गए हैं जिसमें बीएसएनएल के रिवाइवल प्लान को लेकर फैसला लिया गया है. वहीं टेलीकॉम टॉवर के लिए भी ऐतिहासिक फैसला लिया गया है. इन्हें सरकार की मैक्सिमम गवर्नेंस की पॉलिसी के तहत लिया गया है जो लोगों के विकास के लिए जरूरी हैं. 


5जी स्पेक्ट्रम ऑक्शन को लेकर ये कहा
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि जबसे 5जी के रोलआउट की प्रक्रिया शुरू हुई है मेरे विभाग ने दिन-रात लगकर मेहनत की है और इसे सफलता दिलाने के लिए जमकर काम किया है. मेरे विभाग ने इस 5जी स्पेक्ट्रम के आवंटन को लेकर जिस उत्साह और कड़ी मेहनत से काम किया है उसी का परिणाम है कि हम इतनी जल्दी सारे प्रोसेस को कर पा रहे हैं. मैं भरोसा दिलाता हूं कि जितनी जल्दी नीलामी की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है उतनी ही जल्दी 5जी सर्विसेस को लोगों तक पहुंचाने की दिशा में काम हो रहा है. 


कब तक मिलेंगी 5जी सेवाएं-केंद्रीय मंत्री ने ये दिया जवाब
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमने बोला हुआ है कि ये सरकार दौड़ने वाली सरकार है और इसे जल्दी काम करने ही हैं. जैसे ही 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी पूरी हो जाएगी उसके तुरंत बाद कंपनियों को स्पेक्ट्रम का आवंटन कर दिया जाएगा. सरकार की पूरी कोशिश है कि अक्टूबर की शुरुआत से लोगों तक 5जी सेवाओं को पहुंचाने का काम शुरू कर दिया जाएगा और विश्वास है कि ये काम अक्टूबर से शुरू होगा. इसके बाद कुछ दिक्कतें आईं भी तो भी नवंबर-दिसंबर तक इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा. 


कानूनों के ऊपर केंद्रीय मंत्री का क्या है कहना
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि स्पेक्ट्रम आवंटन कैसे हो, इसका अभी कोई लीगल स्ट्रक्चर या फ्रेम नहीं है. स्पेक्ट्रम एक रिसोर्स है जिसे सबसे सर्वाधिक क्षमता से प्रयोग किया जा सके, ऐसी कोशिश होनी चाहिए. हमें अपना लीगल स्ट्रक्चर ग्लोबल बेंचमार्क के तौर पर बनाना है और ऐसा माहौल बनाना है कि कंपनी से कोई गलती होने पर वो सामने आकर बताए और पेनलटी देकर कानून के दायरे में रहकर अपना काम करती रहे. कंपनी से कोई गलती हो जाए तो इसे क्रिमिनिल केस के तौर पर ना देखा जाए ऐसा वातावरण बनाना चाहिए. 


कुल स्पेक्ट्रम का 71 फीसदी कल तक ही बिक गया था
केंद्रीय आईटी और टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कल जानकारी दी थी कि नीलामी पर रखे गए कुल स्पेक्ट्रम का लगभग 71 फीसदी अस्थायी रूप से बेचा जा चुका है. उन्होंने कहा था कि यह एक बहुत अच्छी प्रतिक्रिया है. 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में शुक्रवार को 23 दौर के बाद 1,49,855 करोड़ रुपये की बोलियां देखी गईं. 5जी एयरवेव के लिए बोली लगाने वालों में रिलायंस जियो सबसे आगे दिखाई दे रहा था. इसके बाद भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और गौतम अडानी की कंपनी हैं.


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