5G Services Launch Soon: 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी की शुरुआत हो चुकी है. चार कंपनियां 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने की रेस मे शामिल है जिसमें तीन मौजूदा मोबाइल सेवा देने वाली रिलायंस जियो, भारतीय एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल है. तो चौथी कंपनी अडानी समूह की अडानी डाटा नेटवर्क्स भी 5जी स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगा रही है. एक बार निलामी की प्रक्रिया पूरे हेने के बाद सफल कंपनियों को 5जी स्पेक्ट्रम अलॉट कर दिया जाएगा. सितंबर महीने से 5जी मोबाइल सेवा की शुरुआत हो सकती है. लेकिन एक बात तो तय है कि 4जी मोबाइल सेवा के मुकाबले 5जी मोबाइल सेवा दुनिया पूरी तरह अलग होगी.
बदल जाएगी मोबाइल की दुनिया
देश में मोबाइल फोन टेक्नोलॉजी में पहले 2जी आया, इसके बाद 3जी फिर 4जी आया जिसने स्मार्टफोन को हर हाथों तक पहुंचा दिया. पहले वॉयस कॉल हुआ करता था लेकिन 4जी टेक्नोलॉजी ने लोगों को आपस में वीडियो कॉल से जोड़ दिया. इंटरनेट की स्पीड बढ़ गई. डाटा का सबसे ज्यादा खपत भारत में होने लगा. लेकिन 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी के साथ संचार क्रांति नए युग में प्रवेश करने जा रहा है.
5जी से इंटरनेट स्पीड होगी 10 गुनी तेज
5जी मोबाइल सर्विस के शुरू होने के बाद मोबाइल टेलीफोनी की दुनिया ही बदल जाएगी. एक अनुमान के मुताबिक 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना ज्यादा है. 5जी सर्विस शुरू होने के बाद ऑटोमेशन का नया दौर शुरू होगा. अभी तक जो चीजें बड़े शहरों तक सीमित है उनकी पहुंच गांवों तक होगी जिसमें ई-मेडिसीन शामिल है, शिक्षा और कृषि क्षेत्र को जबरदस्त फायदा होगा. 5जी सेवा के लॉन्च होने के बाद देश में डिजिटल क्रांति को नया आयाम मिलेगा. रोबोटिक्स तकनीक का विकास होगा. देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी साथ ही ई-गवर्नेंस का विस्तार होगा. कोरोना काल में जिस तरह से इंटरनेट पर निर्भरता में बढ़ोतरी हुई है. उसे देखते हुए 5जी हर व्यक्ति के जीवन को बेहतर और सरल बनाने में मदद करेगा. 5G टेक्नोलॉजी से हेल्थकेयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के लिए नए रास्ते खुलेंगे. ड्राइवरलेस कार की संभावना इसके जरिये पूरी होगी.
क्या है 5जी नेटवर्क
आने वाले समय 5जी का है. यह 4जी नेटवर्क के मुकाबले बहुत तेज है. 4जी नेटवर्क पर जहां औसतन इंटरनेट स्पीड 45एमबीपीएस होती है लेकिन 5जी नेटवर्क पर यह स्पीड बढ़कर 1000 एमबीपीएस तक पहुंच जाएगी. जिससे इंटरनेट की दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. आम जिंदगी में इसका मतलब होगा कि 4जी के मुकाबले 10 से 20 गुना ज्यादा तेज डाटा डाउनलोड किया जा सकेगा. 4जी नेटवर्क पर एक फिल्म डाउनलोड करने में जहां छह मिनट लगते हैं, 5जी नेटवर्क पर उसे डाउनलोड करने में 20 सेकेंड लगेंगे. 5जी नेटवर्क पर मशीनें आपस में बात करेंगी.
सरकारी पैनल की रिपोर्ट के मुताबिक 5जी से 2035 तक भारत में एक लाख करोड़ डॉलर का आर्थिक गतिविधि बढ़ेगा. 2026 तक भारत में 5जी से 27 अरब डॉलर से अधिक के राजस्व की संभावना है. 2026 तक दुनिया भर में 3.5 अरब 5जी कनेक्शन होंगे. भारत में इनकी संख्या 35 करोड़ तक पहुंच जाएगी.
किस क्षेत्रों पर पड़ेगा 5जी का असर
कोरोना के दस्तक देने के बाद अभी भी कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के सुरक्षा के वर्क फ्रॉम होम की सुविधा प्रदान कर रखा है. 5जी टेक्नोलॉजी आने के बाद इस सेवा का विस्तार होगा. हाईब्रिड वर्क कल्चर का विस्तार होगा. 5जी सेवा के आने के बाद देश में स्वास्थ्य सेवाओं की डिलिवरी में क्रांतिकारी बदलाव हो सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और 5जी की मदद से मरीजों के डॉयगनौस्टिक और ट्रीटमेंट में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा. रोबोटिक सर्जरी की जा सकेगी. 5जी के आने से टेलीमेडिसिन का विस्तार होगा. 5जी टेक्नोलॉजी के आने के बाद जहां ड्राइवर लेस कार उपलब्ध होगा. आप कहीं भी किसी रेस्ट्रां में बैठकर ड्राइवरलेस कार को बुला सकेंगे. 5जी के आने के बाद शहर और स्मार्ट बनेंगे. सिटी में ट्रैफिक कंट्रोल करने, शहरों को स्वच्छ के साथ सुरक्षित रखने में 5जी तकनीक मददगार साबित होगा.
5जी सेवा के शुरू होने के बाद क्लाउड गेमिंग यूजर को बिना किसी गेमिंग हार्डवेयर में निवेश किये रीयल-टाइम में गेम खेलने का आनंद देगा. 4जी आने के बाद देश में एंटरटेनमेंट की दुनिया ही बदल गई. कंटेट प्रोवाईडर के तौर ओटीटी प्लेटफॉर्म का जन्म हुआ. 5जी के आने के बाद एंटरटेनमेंट में बड़ा बदलाव होगा. हाईस्पीड के चलते ऑनलाईन कंटेट के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी. कोरोना काल में स्कूल कॉलेज बंद हो गये. ऐसे में ऑनलाइन एजुकेशन के जरिये छात्रों ने शिक्षा ग्रहण किया. इसका श्रेय देश में डिजिटल क्रांति को जाता है. 5जी तकनीक के आने के बाद तो छात्रों को और बेहतर और आसान तरीके से शिक्षित किया जा सकेगा. जो छात्र शिक्षा से वंचित है उन्हें सस्ती और अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराई जा सकेगी.
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