नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनल) और महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एमटीएनएल) के कर्मचारियों में इन दिनों वीआरएस यानी के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने की होड़ लगी हुई है. महज 4 दिनों के अंदर बीएसएनएल और एमटीएनएल के 60,000 से ज्यादा कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया है.
टेलीकॉम सचिव अंशु प्रकाश ने एबीपी न्यूज़ को बताया की बीएसएनएल और एमटीएनएल कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम को अप्रत्याशित सफलता मिली है. बीएसएनल और एमटीएनएल के 60,000 से ज्यादा कर्मचारी अभी तक वीआरएस के लिए अप्लाई कर चुके हैं.
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उन्होंने बताया कि 4 नवंबर को यह स्कीम खोली गई थी जिसमें अभी तक बीएसएनएल के 57 हजार से ज्यादा कर्मचारी अप्लाई कर चुके हैं जबकि एमटीएनएल के 3000 से ज्यादा कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए स्वीकृति दी है. अंशु प्रकाश ने बताया की बीएसएनएल के 83 हजार कर्मचारियों को वीआरएस देने का लक्ष्य रखा गया है जबकि एमटीएनएल के 15000 कर्मचारियों को वीआरएस देने का लक्ष्य रखा गया है.
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गौरतलब है कि बीएसएनल में तकरीबन डेढ़ लाख कर्मचारी हैं जिसमें से लगभग 100000 कर्मचारी वीआरएस स्कीम के लिए पात्र है. यह स्कीम 4 नवंबर को खोली गई थी जोकि 3 दिसंबर तक कर्मचारियों के लिए खुली रहेगी. बीएसएनएल और एमटीएनएल के सभी रेगुलर और परमानेंट कर्मचारियों के लिए यह स्कीम खुली हुई है जिनकी उम्र 50 वर्ष या उससे ज्यादा है.
गौरतलब है कि पिछले महीने ही कैबिनेट ने बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए 69 हजार करोड़ के रिवाइवल पैकेज का ऐलान किया था. इस पैकेज में कर्मचारियों को वीआरएस देना भी शामिल है. कर्मचारियों को वीआरएस देने के बाद बीएसएनल और एमटीएनएल का विलय भी किया जाएगा.