नई दिल्ली: नोटबंदी से देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और पुणे के विनिर्माण केंद्र के साथ आसपास के करीब 70 फीसदी व्यापारी प्रभावित हुए हैं. एक रिपोर्ट में यह कहा गया है. एसबीआई रिसर्च ने आज एक रिपोर्ट में कहा कि निर्माण जैसे क्षेत्रों और सड़कों के किनारे ठेला, खोमचा लगाने वालों पर नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर देखा गया है.


यह बात मुंबई और पुणे में अलग-अलग संगठित और असंगठित व्यापार समूह के बीच किये गये सर्वे से सामने आयी है. यह सर्वे दैनिक कारोबार पर नोटबंदी के प्रभाव और इस कदम से डिजिटल भुगतान में वृद्धि का पता लगाने के लिये किया गया. सर्वे 30 दिसंबर और 3 जनवरी के बीच किया गया.


रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘सर्वे यह बताता है कि 69 फीसदी लोगों पर इसका असर पड़ा है लेकिन इसके बावजूद इस कदम को व्यापक समर्थन भी मिल रहा है. सर्वे में 63 फीसदी ने इसका समर्थन किया.’’ कुल 175 जवाब रिकॉर्ड किये गये. इसमें से 40 फीसदी मुंबई के प्रमुख व्यापार वाले इलाकों से हैं और शेष 60 फीसदी पुणे और समीप के क्षेत्रों के थे. सर्वे में शामिल लोगों ने कहा कि कम राशि की मुद्रा की आपूर्ति की कमी से समस्या और बढ़ी है.


इसमें यह भी कहा गया है कि दवा की दुकानों और वाहन दुकानों पर भुगतान के डिजिटल माध्यम उपलब्ध होने से उनकी बिक्री पर मामूली प्रभाव पड़ा.