7th Pay Commission Latest Update: केंद्र सरकार के द्वारा महंगाई भत्ते को बढ़ाए जाने की खबर पिछले महीने खूब चर्चा में रही. अब ऐसी चर्चा हो रही है कि जुलाई में फिर से डीए को बढ़ाया जा सकता है. लोग बेसब्री से डीए बढ़ाए जाने का इंतजार करते रहते हैं. उनका इंतजार स्वाभाविक भी है, क्योंकि जैसे ही डीए बढ़ता है, उन्हें हर महीने पहले से ज्यादा पैसे मिलने लग जाते हैं. ये सब देखकर हो सकता है, आपके भी मन में ये सवाल उठे हों कि आखिर यह डीए है क्या चीज और कैसे इसके बढ़ने से कइयों की सैलरी एक झटके में बढ़ जाती है? आज हम आपके इन्हीं सवालों का जवाब देने जा रहे हैं...


पिछले महीने बढ़ा था भत्ता


आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि सरकार ने मार्च महीने के दौरान महंगाई भत्ते को 4 फीसदी बढ़ाया. इसके साथ-साथ डीआर यानी महंगाई राहत को भी 4 फीसदी बढ़ाया गया. सरकार ने इस ऐलान के साथ बताया था कि डीए और डीआर की बढ़ी दरें 1 जनवरी 2023 से लागू हो गई हैं. इसका मतलब हुआ कि जो लोग इनके दायरे में आते हैं, उन्हें जनवरी महीने से ही इसका फायदा मिलने वाला है.


पहले समझ लीजिए महंगाई का गणित


अब जानते हैं कि ये डीए और डीआर क्या हैं... महंगाई का नाम तो आपने सुना ही होगा. अर्थशास्त्र में कहा जाता है कि महंगाई एक अदृश्य टैक्स है. इसे और बेहतर तरीके से समझते हैं. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि महंगाई की दर 7 फीसदी है. यहां यह भी साफ कर दें कि महंगाई का मतलब खुदरा महंगाई से है, जिसे हेडलाइन इंफ्लेशन या मुख्य मुद्रास्फीति जैसे नामों से भी जाना जाता है. अब 7 फीसदी महंगाई वाले साल में अगर आपने 1 लाख रुपये कमाए तो वास्तव में आपकी कमाई की वैल्यू 93 हजार रुपये ही रही.


महंगाई की दवा है डीए व डीआर


महंगाई की दर जितनी होती है, रुपये की वैल्यू उतनी ही कम होती है. अगर आपकी कमाई महंगाई दर की तुलना में ज्यादा गति से नहीं बढ़ रही है तो इसका मतलब होता है कि आपकी कमाई वास्तव में कम हो रही है. इसी तरह अगर आपने कहीं पैसे इन्वेस्ट किए हैं और आपको इन्वेस्टमेंट पर महंगाई की दर से ज्यदा ब्याज या रिटर्न नहीं मिल रहा है तो इसका मतलब हुआ कि आपके निवेश किए गए पैसे कम होते जा रहे हैं. केंद्र सरकार महंगाई की इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए अपने कर्मचारियों और पेंशनधारियों को महंगाई भत्ता व महंगाई राहत प्रदान करती है.


इस तरह से होता है संशोधन


सातवें वित्त आयोग (7th Pay Commission) के हिसाब से डीए और डीआर को साल में दो बार बढ़ाया जाता है. पहली बार महंगाई भत्ते व राहत को जनवरी में बढ़ाया जाता है और दूसरा संशोधन जुलाई में होता है. इस बार पहला संशोधन भले ही मार्च में किया गया, लेकिन वह जनवरी से ही लागू हुआ है. डीए और डीआर की दरें ऑल-इंडिया सीपीआई डेटा यानी एआईसीपीआई इंडेक्स (All India Consumer Price Index) के आधार पर बढ़ाई जाती हैं. इसके आंकड़े श्रम व रोजगार मंत्रालय के तहत आने वाले श्रम ब्यूरो के द्वारा जारी किए जाते हैं.


अभी इतना मिल रहा है भत्ता


फरवरी महीने में एआईसीपीआई इंडेक्स 132.7 अंक पर रहा था. यह इंडेक्स जनवरी में 132.8 अंक पर रहा था. मार्च महीने का आंकड़ा इसी सप्ताह 28 अप्रैल 2023 को जारी होगा. फरवरी के उपलब्ध आंकड़े के आधार पर जुलाई के संशोधन में डीए और डीआर को 3-3 फीसदी बढ़ा जाने की उम्मीद है. पिछले महीने की बढ़ोतरी के बाद डीए व डीआर की दर 42 फीसदी हो गई है.


ऐसे बढ़ती है सैलरी और पेंशन


अभी केंद्र सरकार के करीब 47.58 लाख कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का लाभ मिलता है. वहीं करीब 69.76 लाख पेंशनभोगियों को महंगाई राहत का लाभ दिया जाता है. डीए की गणना बेसिक सैलरी के हिस्से के रूप में होती है. उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 23,500 रुपये प्रति माह है तो उसे मौजूदा 42 फीसदी के आधार पर हर महीने 9,870 रुपये महंगाई भत्ते के रूप में मिल रहे हैं. मार्च की बढ़ोतरी से पहले उन्हें डीए के रूप में 8,930 रुपये मिल रहे थे. इस तरह से उनकी हर महीने की टेक होम सैलरी 940 रुपये बढ़ी है. इसी तरह आप अन्य बेसिक सैलरी या पेंशन के हिसाब से कैलकुलेट कर सकते हैं.


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