Survey on Jobs: अक्सर ऐसा लगता है कि कर्मचारी नौकरी करते वक्त सबसे ज्यादा सैलरी को महत्व देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. हाल ही में हुए एक सर्वे से यह खुलासा हुआ है कि 10 में 8 कर्मचारी सैलरी के बजाय इस बात को ज्यादा महत्व देते हैं कि उसका काम कैसा है, यानी उसके काम में किस तरह के कौशल का प्रयोग हो रहा है. जिन कंपनियों में कर्मचारियों के कौशल को ज्यादा महत्व दी जाती है वहां कर्मचारियों के टिके रहने की संभावना ज्यादा रहती है. इस बात का खुलासा  EY और iMocha की रिपोर्ट में हुआ है.


EY की रिपोर्ट के मुताबिक इस सर्वे में पता चला है कि 63 फीसदी एचआर ने यह पाया कि प्रतिभा को महत्व देने के कारण कर्मचारियों पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ा है. वहीं Skills First Transformation (SFT) जैसे कार्यक्रमों के कारण एंप्लायज पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा है. इस रिपोर्ट को कुल 1775 कंपनियों के 240 एचआर लीडर्स और 340 कर्मचारियों से बात करने के बाद तैयार किया गया है. सर्वे में अमेरिका, भारत, यूके, यूरोप और खाड़ी देश के कर्मचारियों को शामिल किया गया है.


कंपनियों के प्रबंधन में भी है बेहतर


इस रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि कई बार पारंपरिक तरीकों से वर्कफोर्स में बदलाव करने के कारण कौशल को इतनी वरियता नहीं मिलती है. ऐसे में इसका असर कंपनी के कामकाज पर पड़ता है, लेकिन अगर कंपनी कर्मचारियों के कौशल को प्रमुखता देती है तो ऐसी स्थिति में कंपनी को बेहतर प्रबंधन करने में मदद मिलती है. इसके साथ ही कंपनी के रिजल्ट में 5 गुना बेहतर होने की संभावना होती है.


इसके साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अक्सर कार्यबल परिवर्तन के दौरान लगने वाली लागत को हमेशा कम करके आंका जाता है. ऐसे में लागत में 3 से 10 गुना तक का फर्क देखा जा सकता है.


कंपनियों को स्किल पर अधिक ध्यान देने की जरूरत


इस सर्वे से यह भी पता चलता है कि कंपनियों को नई भर्ती करते वक्त सबसे ज्यादा स्किल पर ध्यान देने की आवश्यकता है. इससे वह अपने वास्तविक लागत को समझ कर बेहतर लोगों के हायरिंग करने में कंपनियों को मदद मिलेगी. इसके साथ ही कंपनियों को अपना स्किल गैप भरने में भी मदद मिलेगी.


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