इन 8 म्यूचुअल फंडों ने कर दिया मालामाल, 3 साल में दिया 65 फीसदी तक का रिटर्न
Return Of Small Cap Funds: तीन साल की अवधि में स्मॉल म्यूचुअल फंडों ने शानदार रिटर्न दिया है. इस अवधि में टॉप फंड ने 65 फीसदी का रिटर्न दिया है.
Small Cap Funds: हमारे एक मित्र हैं विवेक. उन्हें किसी ने बताया था कि फलां शेयर में निवेश करोगे तो 6 महीने में ही तुम्हारे पैसे दोगुने हो जाएंगे. उन्होंने शेयर में निवेश किया लेकिन पैसे दोगुना होने की जगह आधे रह गए. विवेक की तरह कई लोग शेयरों से फायदे की जगह नुकसान उठाते हैं. इसका सबसे बेहतर तरीका ये है कि शेयरों में निवेश के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंडों का चयन किया जाए. म्यूचुअल फंड कंपनियों की अपनी रिसर्च टीम होती है, फंड मैनेजर्स होते हैं जो शेयरों के चयन के साथ-साथ आपके निवेश का प्रबंधन करते हुए बेहतर रिटर्न जेनरेट करने की कोशिश करते हैं. आज हम चर्चा करेंगे स्मॉल कैप फंडों की जिसने पिछले 3 साल में 64 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है.
3 साल में बेहतरीन रिटर्न देने वाले स्मॉल कैप फंड्स
क्वांट स्मॉल कैप फंड ने पिछले 3 साल में 65.26 प्रतिशत का रिटर्न दिया है जो इस कैटेगरी में सबसे अधिक है. निप्पोन इंडिया स्मॉल कैप फंड 49.90 फीसदी के रिटर्न के साथ दूसरे नंबर पर रहा. तीसरे स्थान पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल स्मॉल कैप फंड रहा जिसने 47.56 फीसदी की रिटर्न जेनरेट किया है. एचडीएफसी स्मॉल कैप ने इस अवधि के दौरान 47.18 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. एचएसबीसी स्मॉल कैप ने 46.46 फीसदी और केनरा रोबेको स्मॉल कैप ने 46.26 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. वहीं टाटा स्मॉल कैप ने इसी अवधि में 46.10 प्रतिशत और कोटक स्मॉल कैप ने 45.79 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. (रिटर्न का स्रोत: वैल्यू रिसर्च, 1 जून 2023 के अनुसार.)
किन्हें करना चाहिए स्मॉल कैप में निवेश?
स्मॉल कैप फंड्स स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करते हैं. निवेश के लिए फंड मैनेजर्स वैसे स्टॉक्स चुनते हैं जिनमें ग्रोथ की संभावना सबसे अधिक होती है. स्मॉल कैप कंपनियां ही आगे चलकर मिड कैप बनती हैं. स्मॉल कैप कंपनियां ऐसी कंपनियां होती हैं जिनका मार्केट कैप 5,000 करोड़ रुपये से कम होता है. स्मॉल कैप कंपनियों में मिड कैप और लार्ज कैप कंपनियों की तुलना में रिस्क ज्यादा होता है. विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप लंबी अवधि के लिए इक्विटी म्यूचुअल फंडों में निवेश करना चाहते हैं तो एक हिस्सा स्मॉल कैप फंडों में बेहतर रिटर्न के लिए लगा सकते हैं. समय बीतने के साथ इससे जुड़ा जोखिम भी कम होता जाता है.
Adani Fund Raise: 3.5 बिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी, इन कंपनियों के शेयर बेचने वाले हैं गौतम अडानी