भारत में वर्कर्स की सैलरी बढ़ने (India Workers Pay Hike) की उम्मीदें इस साल बढ़ गई हैं. इस साल 90 फीसदी कर्मियों को अपने वेतन में बढ़ोतरी की उम्मीद है. सोमवार को जारी एडीपी रिसर्च इंस्टीट्यूट (ADP Research Institute) की ‘पीपल एट वर्क 2023: ए ग्लोबल वर्कफोर्स व्यू’ रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है.


सैलरी में इतनी वृद्धि की उम्मीद


पीटीआई की एक खबर में एडीपी रिसर्च की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि भारत में 90 फीसदी कर्मचारियों ने इस साल वेतन में वृद्धि की उम्मीद जताई है. इस सर्वे में शामिल लगभग 20 फीसदी कर्मचारी 4 से 6 फीसदी की वेतन वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं 19 प्रतिशत कर्मियों को वेतन में 10-12 फीसदी की वृद्धि की उम्मीद  है.


पिछले साल इतनी बढ़ी थी सैलरी


रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल भारत में 78 फीसदी कर्मियों की सैलरी में बढ़ोतरी हुई थी. पिछले साल भी औसतन 4 से 6 फीसदी की वेतन वृद्धि हुई थी. रिपोर्ट के अनुसार, 65 फीसदी कर्मचारियों को लगता है कि भले ही इस साल सैलरी में बढ़ोतरी नहीं हो, लेकिन उन्हें पेड होलीडेज या ट्रैवल कंपनसेशन के रूप में मेरिट बोनस मिल सकता है.


ऊंची कमाई वालों को भी मुश्किलें


एडीपी इंडिया के मैनेजिंग डाइरेक्टर राहुल गोयल ने इस बारे में कहा कि सैलरी में वृद्धि पाना लगातार ज्यादा महत्वपूर्ण होता जा रहा है, खासकर उनके लिए जो निचली या मध्यम आय के ब्रैकेट में हैं. जीवन-यापन की बढ़ती लागत के साथ लोगों के पास खर्च करने लायक कमाई पर असर हो रहा है. यह असर इस कदर हावी है कि ऊंची सैलरी वाले लोग भी इसे महसूस कर रहे हैं.


लोगों के सामने वित्तीय संकट


गोयल ने कहा कि लोग जरूरी खर्चों को पूरा कर पाने में संघर्ष कर रहे हैं. उन्हें बढ़ती ब्याज दरें, बढ़ता किराया और खाने-पीने के बढ़े खर्च के कारण ये दिक्कतें आ रही हैं. इस कारण लग्जरी पर लोगों का खर्च कम हुआ है और उन्हें वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि भले ही महंगाई ने अपना उच्च स्तर छू लिया हो, लेकिन अब भी इसे उस स्तर पर आने में समय लगेगा, जहां लोग इसे आसानी से मैनेज कर पाएंगे.


इस तरह से तैयार हुई रिपोर्ट


एडाीपी रिसर्च इंस्टीट्यूट का कहना है कि यह रिपोर्ट 17 देशों के 32,000 कर्मियों के सर्वे पर आधारित है. इनमें भारत के 2,000 कर्मी शामिल हैं. एडीपी मानव पूंजी के प्रबंधन से जुड़े समाधान मुहैया कराने वाली कंपनी है, जिसका मुख्यालय अमेरिका में है.


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