Ideas of India: देश में जब बड़ी संख्या में यूनिकॉर्न सामने निकल कर आ रहे हैं जो बेहद कम समय में बिजनेस जगत में वो उन बुलंदियों को छू रहे हैं जिसे देश के फैमिली बिजनेस चलाने वाले उद्यमियों ने दशक लगा दिए. विरासत बनाम स्टार्ट-अप: अतीत पर निर्माण या भविष्य का पुनर्निर्माण? इसी विषय पर चर्चा करने के लिए  ABP Ideas of India के मंच इमामी के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर ( Designate) हर्षवर्धन अग्रवाल के साथ ऑनसिक्योरटी के कुलीन शाह पहुंचे. दोनों ही ने देश के उद्योगों के जरिए भविष्य की राह कैसे आसान होगी इस विषय पर अपने विचार रखे. 


इमामी के हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि इमामी आज की तारीख में खाने के तेल से लेकर एफएमसीजी, रियल एस्टेट कारोबार में मौजूद है, जिसके पास झंडु, नवरतन, बोरोप्लस, केशकिंग जैसे दिग्गज ब्रांड हैं.  उन्होंने कहा कि हमारे जैसी कंपनी सालों से देश में कारोबार कर रही है और देश के लोगों को उत्पादों और रोजगार के जरिए अपना योगदान दे रही है. देश की तरक्की होगी तो हमारी तरक्की होगी और इसी दिशा में इमामी लगातार कार्यरत है. 


हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि कोई भी कंपनी अपने पिछली उपलब्धियों को केवल लेकर नहीं चल सकती है. भविष्य की ओर देखना और उस ओर आगे चलना जरुरी है. हम सफल हैं ये सोच कर नहीं रह सकते. हम बेहतर स्थिति में हैं लेकिन हमें हमेशा बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए. इमामी के हर्षवर्धन अग्रवाल का कहना है कि असफलता से काफी कुछ सीखा जाता है और इमामी ने कड़ी चुनौतियों के बाद भी असफलता के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी है. ग्राहकों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए हम लगातार सीखने की कोशिश करते हैं और इसका नतीजा हमारी नई लर्निंग के रूप में भी सामने आता है. 


 



स्टार्टअप की चुनौती
ऑनसिक्योरिटी के कुलीन शाह का कहना है कि एक स्टार्टअप होने के नाते हमारे सामने बड़ी चुनौतियां थी लेकर लगातार डिटरमिनेशन के साथ कंपनी ने अपना स्थान बनाया है. कंपनी और भी तेजी से अपना कारोबार बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए हैं.ऑनसिक्योरिटी के कुलीन शाह का कहना है कि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं और ग्राहकों के विश्वास पर खरा उतरने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ते हैं. ग्राहकों को समय पर सर्विस देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और लगातार इसी दिशा में बेहतरी की ओर बढ़ रहे हैं. 



कुलीन शाह का कहना है कि देश में स्टार्टअप्स के सामने कई चुनौतियां भी रही हैं और अपना कारोबार फैलाने के लिए विशाल अवसर भी सामने रहे हैं. ऑनसिक्योरिटी ने इसी जगह का फायदा उठाने के लिए अपना कस्टमर बेस काफी मजबूत किया है और व्यापार के संदर्भ में शानदार ग्रोथ हासिल की है. 
 


कोरोना की चुनौती
इमामी के हर्षवर्धन अग्रवाल का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के समय कंपनी के सामने भी औरों के सामने चुनौतियां थीं पर कंपनी ने इसे अच्छे तरीके से मैनेज किया. हालांकि कंपनी के साथ अपने कर्मचारियों के साथ कारोबार को चलाए रखने के लिए जरूरी कैपिटल की भी जरूरत रहती है लेकिन लॉकडाउन के समय भी इमामी ने अपने ग्राहकों का पूरा ख्याल रखा. ऑनसिक्योरिटी के कुलीन शाह का कहना है कि ऐसी परिस्थितयों में कई समझदारी से भरे फैसले करने होते हैं और खासकर स्टार्टअप्स के लिए लॉकडाउन का समय काफी मुश्किल था लेकिन इसे अच्छे से प्रबंधित करने की कोशिशें सभी स्टार्टअप्स ने कीं. 


फैमिली बिजबेस औक स्टार्टअप
इमामी के हर्षवर्धन अग्रवाल का कहना है कि देश में जहां नए-नए उद्योगों के लिए विकास के काफी अवसर हैं वहीं जमे जमाए बिजनेस भी अपनी नई रणनीतियों के चलते नई कारोबारी ग्रोथ पर जा रहे हैं. देश के विकास के लिए सस्टेनेबल ग्रोथ की जरूरत है और इसके लिए पुराने कारोबार के साथ नए स्टार्टअप्स को भी आगे आने होगा. ऑनसिक्योरिटी के कुलीन शाह का कहना है कि स्टार्टअप्स में लोग नए-नए आइडिया के साथ आते हैं और कई विचार इतने अच्छे होते हैं कि वो अच्छे मैनेजमेंट के साथ मिलकर इसे बड़ा बना देते हैं. जहां हमें कस्टमर का विश्वास बनाए रखना है वहीं नए इंवेस्टर्स का भी ख्याल रखना है. देश में स्टार्टअप्स के सामने चुनौतियां भी हैं और कारोबार फैलाने के मौके भी हैं.


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