नोटबंदीः आज आए सरकारी आंकड़ें पर एबीपी न्यूज ने दे दी थी 2 महीने पहले ही खबर !
नई दिल्लीः एबीपी न्यूज हमेशा आपको आगे रखता है और नोटबंदी के बाद आए सभी ऐलानों को हमने आप तक सबसे पहले पहुंचाया. वहीं नोटबंदी के बाद आने वाले समय में कैसी स्थिति रहेगी इसको लेकर भी एबीपी ने पहले ही आपको अलर्ट किया था जो सरकारी ऐलानों के बाद एकदम सही साबित हुए हैं. इसी की बानगी है कि आज सरकारी आंकड़ा आया है 27 जनवरी तक 9.92 लाख करोड़ रुपया वापस बाजार में आ चुका है पर एबीपी न्यूज़ ने आपको 2 महीने पहले बता दिया था कि 27 जनवरी तक 9.88 लाख करोड़ रुपया बाजार में आने वाला है. वहीं 31 जनवरी तक 10.32 लाख करोड़ रुपया बाजार में आ जाएगा.
एबीपी न्यूज़ ने पहले ही ये भी बताया था कि 16 मार्च तक पैसे की किल्लत ख़त्म हो जाएगी और ये खबर भी सटीक साबित हुई है क्योंकि आज ही क्रेडिट पॉलिसी के ऐलानों के साथ आरबीआई ने कहा है 13 मार्च से पैसे की किल्लत नहीं रहेगी. इसीलिए बचत खातों से भी कैश विद्ड्रॉल की लिमिट हटा ली जाएगी. लोग अपने सेविंग खातों से जितना चाहें उतना पैसा निकाल सकते हैं.
रिजर्व बैंक ने कहा कि 27 जनवरी को कुल मिलाकर 9.92 लाख करोड़ रुपये के नये नोट चलन में आ चुके थे. नियमों के अनुपालन के लिये रिजर्व बैंक खुद एक अलग अनुपालन विभाग बनाएगा. नये नोटों की सप्लाई बढ़ने के साथ साथ बैंकों के पास जमा नकदी का स्तर कम होता जायेगा, अगले वित्त वर्ष के शुरआती महीनों में बैंकों के पास बड़ी मात्रा में कैश होगा.
एबीपी न्यूज़ की खबर पर मुहर
एबीपी न्यूज़ ने 2 महीने पहले बता दिया था कि 27 जनवरी तक 9.88 लाख करोड़ और 31 जनवरी तक 10.32 लाख करोड़ रुपया बाजार में आ जाएगा. आज जो सरकारी आंकड़ा आया है उसके मुताबिक 27 जनवरी तक 9.92 लाख करोड़ रुपया बाजार में आया. एबीपी न्यूज़ ने ये भी बताया था कि 16 मार्च तक पैसे कि किल्लत ख़त्म हो जाएगी. आज RBI ने कहा है 13 मार्च से किल्लत नहीं रहेगी.
आरबीआई के पैसे निकालने से जुड़े ऐलान आरबीआई ने ये भी कहा कि 20 फरवरी से ग्राहक अपने बचत खाते से एक हफ्ते में 50 हज़ार रुपये निकाल पाएंगे. अब तक एक हफ्ते में निकासी की ये सीमा 24 हजार रुपये है. यानि बैंकों के बचत खाते से साप्ताहिक निकासी की सीमा 20 फरवरी से बढाकर 50,000 रुपये कर दी गई है और उसके बाद 13 मार्च से कोई सीमा नहीं होगी. 8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद सरकार ने बचत खातों और चालू खातों से कैश निकासी की सीमा तय की थी. बचत खाते के लिए पहले हफ्ते में 14 हजार और फिर उसे बढ़ाकर 24 हजार किया गया था.