Loksabha Elections 2024: भारतीय शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक शंकर शर्मा ने लोकसभा चुनावों के नतीजों को लेकर अपनी भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी - एनडीए की सीटों की संख्या उम्मीदों के मुताबिक रही तो शेयर बाजार में कोई बड़ी तेजी नहीं आएगी बल्कि मामूली गिरावट भी देखने को मिल सकती है. लेकिन कांग्रेस समेत दूसरे विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया (INDIA) सत्ता पर काबिज होने में कामयाब रहा है जो शुरुआती दौर में बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है लेकिन बाद के दिनों में बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिलेगी.
शंकर शर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर अपने पोस्ट में लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर दो तरह के अनुमान जताये हैं. उन्होंने अपने पहले अनुमान के बारे में लिखा कि अगर बीजेपी/एनडीए उम्मीद के मुताबिक बताये जा रहे संख्या के साथ सत्ता में आ जाती है तो भारतीय शेयर बाजार में कोई बड़ी तेजी नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि इस सूरत में बाजार में मामूली गिरावट भी आ सकती है.
INDIA आई तो LTCG होगा खत्म!
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर अपने दूसरे अनुमान में शंकर शर्मा ने अपने पोस्ट में लिखा, अगर इंडिया गंठबंधन सत्ता पर काबिज होने में कामयाब हो जाती है तो भारतीय बाजारों में तेज गिरावट आएगी. लेकिन इसके बाद भारतीय बाजारों में जोरदार तेजी लौटेगी. उन्होंने इस तेजी के कारण भी बताये हैं. शंकर शर्मा ने अपने पोस्ट में लिखा कि इंडिया गठबंधन सत्ता में आती है तो एलटीसीजी (LTCG) को घटाकर शून्य कर दिया जाएगा जैसे कि वो पहले भी कर चुके हैं.
क्या होता है LTCG
अगर कोई निवेशक इक्विटी शेयर्स, इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश को एक साल तक होल्ड करने के बाद उसे बेचता है तो 1 लाख रुपये से ज्यादा के मुनाफे वाले रकम पर निवेशक को 10 फीसदी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स का भुगतान करना होता है. अगर कोई निवेशक एक साल के भीतर ही इक्विटी शेयर्स या म्यूचुअल फंड में अपनी होल्डिंग को बेच देता है तो 15 फीसदी शार्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स निवेशकों को देना होता है.
LTCG लगने और हटने का इतिहास
साल 2018 में वित्त वर्ष 2018-19 के लिए बजट पेश करते हुए तात्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक लाख रुपये से अधिक के आय पर 10 फीसदी के रेट से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन लगाने का फैसला लिया था. सबसे पहले 1992 में तब के वित्त मंत्री मनमोहन सिंग ने एलटीसीजी लगाया था तब टैक्स रेट 20 फीसदी हुआ करता था. 1999 में वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने शेयरों पर एलटीसीजी को घटाकर 10 फीसदी कर दिया. लेकिन 2004 में जब यूपीए सरकार सत्ता में आई तब तात्कालीन वित्त मंत्री पी चिंदंबरम ने इक्विटी पर एलटीसीजी को पूरी तरह खत्म कर सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT) लगा दिया. उन्होंने तब शार्ट टर्म कैपिटल गेन को लागू करने का एलान करते हुए 10 फीसदी टैक्स लगा दिया था. जिसे बाद के वर्ष 2008 में 15 फीसदी कर दिया गया.
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