नई दिल्लीः 8 नवंबर को सोने के गहनों की भारी बिक्री दिखाने के चलते पीपी ज्वैलर्स पर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस (डीजीसीईआई) कड़ी कार्रवाई करने जा रहा है. दिल्ली की करोल बाग शाखा में 8 नवंबर को पीपी ज्वैलर्स ने 44.99 किलो सोने की बिक्री के आंकड़े दिखाए हैं जबकि 7 नवंबर को इसी शोरूम पर कंपनी ने सिर्फ 0.82 किलो सोने की बिक्री की थी. जाहिर है नोटबंदी के ऐलान के बाद लोगों ने काले धन को खपाने के लिए भारी मात्रा में सोना खरीदा. हांलाकि अगले ही दिन यानी 9 नवंबर को सरकार ने कई ज्वैलर्स के यहां छापा मारा जो नोटबंदी के ऐलान के बाद काला धन खपाने के लिए सोने की बिक्री कर रहे थे.


1 मार्च 2016 से मैन्यूफैक्चर्ड ज्वैलरी पर 1 फीसदी सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी लागू हो चुकी है लेकिन पीपी ज्वैलर्स ने एक दिन भी किसी तरह की ड्यूटी नहीं चुकाई है. अभी तक लगाए गए अनुमान के मुताबिक पीपी ज्वैलर्स ने 4 करोड़ रुपये की सेंट्रल एक्साइड ड्यूटी नहीं चुकाई है.


वहीं पीपी ज्वैलर्स ने अपनी टैक्स चोरी की गलती मानते हुए 2 करोड़ रुपये बतौर टैक्स जमा कर दिए हैं. इस मामले की जांच अभी चल रही है.