GMR Airports: अमेरिका की इनवेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने जीएमआर एयरपोर्ट्स इंफ्रा (GMR Airports Infra) में हिस्सेदारी 4.74 फीसदी से बढ़ाकर 5.17 फीसदी कर दी है. जीक्यूजी पार्टनर्स को दलाल स्ट्रीट पर अडानी बुल (Adani Bull) के रूप में जाना जाता है. जीएमआर ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि 23 अगस्त, 2024 को जीएमआर एयरपोर्ट्स के और शेयर हासिल कर लिए हैं. इसके चलते कंपनी में उनकी हिस्सेदारी अब 5 फीसदी से ज्यादा हो चुकी है. 


2023 तक GMR में 7.66 फीसदी हिस्सेदारी थी GQG की


साल 2023 के अंत तक GQG की GMR में 7.66 फीसदी हिस्सेदारी थी. मगर, इस साल जुलाई में कॉरपोरेट एक्शन के चलते कंपनी की शेयरहोल्डिंग 5 फीसदी से कम हो गई थी. जीएमआर के शेयर ने पिछले साल 58 फीसदी रिटर्न देकर बेहतर प्रदर्शन किया था. बुधवार को यह एनएसई पर मामूली गिरावट के साथ 94.66 रुपये पर बंद हुए हैं. पिछले महीने जेफरीज के ग्लोबल इक्विटी रणनीतिकार क्रिस वुड ने भी जीएमआर एयरपोर्ट्स को अपने भारतीय पोर्टफोलियो में जोड़ा था. जेफरीज ने 26 मई को यह निवेश किया था. फर्म का मानना है कि जीएमआर का स्टॉक जल्द ही 100 रुपये पर पहुंच जाएगा. 


दिल्ली और हैदराबाद में एयरपोर्ट का संचालन करती है जीएमआर


जीएमआर नई दिल्ली और हैदराबाद में एयरपोर्ट का संचालन करती है. यह दोनों भारत के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट में शामिल हैं. जेफरीज ने कहा था कि जीएमआर एयरपोर्ट तेजी से आगे बढ़ रही है. देश में एयर ट्रैफिक के बढ़ने की पूरी संभावना है. इसके चलते ट्रेवल रिटेल के अवसर भी बढ़ेंगे. साथ ही रियल एस्टेट सेक्टर में भी संभावनाएं मजबूत होंगी.


जीक्यूजी ने भारत की इन कंपनियों में किया है निवेश 


जून तिमाही के अंत में एनआरआई निवेशक राजीव जैन (Rajiv Jain) के नेतृत्व वाले जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी ग्रुप (Adani Group) के 3 शेयरों अडानी एनर्जी (Adani Energy), अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) में हिस्सेदारी बढ़ाई थी. साथ ही सबसे बड़ा दांव आईटीसी (ITC) पर लगाया था. उधर, कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) और पतंजलि फूड्स (Patanjali Foods) में अपनी हिस्सेदारी कम की थी.


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