Adani Defence and Aerospace: अरबपति गौतम अडानी के स्वामित्व वाले अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस ने भारतीय नौसेना को दूसरा दृष्टि-10 स्टारलाइनर निगरानी ड्रोन सौंप दिया है. इससे समुद्री क्षेत्रों में निगरानी करने और समुद्री लुटेरों के जोखिम को कम करने के लिए भारत की समुद्री सेना की क्षमता बढ़ेगी. मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि दृष्टि 10 भारतीय नौसेना को विशाल समुद्री क्षेत्रों पर निगरानी करने की बेजोड़ क्षमताएं प्रदान करता है. इसके साथ ही ये एक ऐसा मानवरहित विमान है जो समुद्री निगरानी के साथ साथ टोही उपकरण के तौर पर भी कार्य कर सकता है.


नौसेना को कैसे सौंपा गया दूसरा मानवरहित हवाई वाहन


दूसरे मानवरहित हवाई वाहन (UAV) को नौसेना के समुद्री अभियानों में शामिल करने की प्रक्रिया गुजरात के पोरबंदर में शुरू की गई. यह इजराइल के ड्रोन हर्मीस 900 जो कि मध्यम ऊंचाई वाले लंबे समय तक उड़ान भरने वाले यूएवी हैं, उसी का एक संस्करण है.


क्या हैं दृष्टि-10 स्टारलाइनर की खूबियां? 


अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस के हैदराबाद वाले प्लांट में बनाया गया दृष्टि 10 स्टारलाइनर ड्रोन एक एडवांस्ड खुफिया, निगरानी और टोही (ISR) उपकरण है. इसमें 36 घंटे चलने और 450 किलोग्राम पेलोड की क्षमता है. यूएवी प्रणाली की उड़ान योग्यता के लिए नाटो के एसटीएएनएजी 4671 (मानकीकृत समझौता 4671) एफिलिएशन के साथ, यह एकमात्र सभी मौसमों में काम करने वाला सैन्य उपकरण है. इसकी एक और खासियत ये है कि इसे अलग-अलग और असंबद्ध दोनों तरह के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने की अनुमति है.


इस साल जनवरी में नौसेना का मिला था पहला दृष्टि-10 स्टारलाइनर


पहला दृष्टि-10 स्टारलाइनर भारतीय नौसेना को इस साल जनवरी में दिया गया था. इसके अलावा, भारतीय सेना को जून में इसकी सप्लाई की गई थी. इस साल की शुरुआत में भारतीय नौसेना को पहला दृष्टि-10 सौंपने के बाद साल के आखिरी महीने में दूसरा दृष्टि-10 मिलने से नौसेना की समुद्र में निगरानी करने की क्षमता में और इजाफा हो जाएगा.


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