Adani Fund Raise: जनवरी में हिंडनबर्ग ने फेर दिया था पानी, अब फिर से इस तैयारी में अडानी की कंपनी
Adani Enterprises Funds: अडानी समूह इससे पहले फरवरी महीने में फंड जुटाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन जनवरी महीने में आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने उसकी योजना खराब कर दी थी...
अडानी समूह (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) इस साल की शुरुआत में हाथ लगी असफलता के बाद फिर से फंड जुटाने (Adani Enterprises Fund Raise) की तैयारी कर रही है. इसे लेकर कंपनी का बोर्ड 13 मई को एक अहम बैठक करने वाला है. कंपनी ने इसकी जानकारी शेयर बाजार को दी है.
इन विकल्पों पर चल रहा है विचार
हालांकि अभी कंपनी ने यह नहीं बताया है कि उसकी योजना कितनी रकम जुटाने की है. कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया कि उसके बोर्ड की 13 मई को बैठक होने वाली है, जिसमें इक्विटी जारी कर या अन्य पात्र प्रतिभूतियों के मार्फत फंड जुटाने के बारे में चर्चा होगी. कंपनी ने कहा कि वह या तो इक्विटी शेयर जारी कर या अन्य पात्र प्रतिभूतियों की प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए फंड जुटाने के बारे में विचार कर रही है. यह क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट या एक प्रेफरेंशियल इश्यू भी हो सकता है.
अडानी ग्रीन भी जुटाएगी फंड
अडानी एंटरप्राइजेज ने बाजार को यह भी बताया है कि अगले कुछ दिनों के लिए उसकी प्रतिभूतियों में डील करने का ट्रेडिंग विंडो बंद रहेगा. अडानी एंटरप्राइजेज के अलावा समूह की एक और कंपनी भी फंड जुटाने की योजना पर काम कर रही है. अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) के बोर्ड की भी 13 मई को बैठक होगी और उसमें फंड जुटाने के प्रस्तावों को मंजूरी देने के बारे में चर्चा हो सकती है. इस कंपनी ने भी जुटाई जाने वाली रकम के बारे में कुछ नहीं बताया है.
एफपीओ से ऐन पहले आई थी रिपोर्ट
इस साल जनवरी में हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट (Hindenburg Report) आने के बाद फंड जुटाने का यह अडानी समूह का पहला प्रयास है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह को निशाना बनाते हुए 24 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी की थी. रिपोर्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के ऊपर शेयरों के भाव को प्रभावित करने समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे.
इतनी रकम जुटाने की थी योजना
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ऐसे समय आई थी, जब अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड शेयर बाजार के इतिहास के सबसे बड़े एफपीओ में से एक लाने वाली थी. अडानी एंटरप्राइजेज की योजना एफपीओ (Adani Enterprises FPO) से 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने की थी. हालांकि हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी समूह की योजना को खराब कर दिया था. अडानी एंटरप्राइजेज ने एफपीओ को पूरी तरह से सब्सक्राइब कर लिए जाने के बाद भी सभी इन्वेस्टर्स का पैसा लौटा दिया था और एफपीओ को वापस ले लिया था.
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