Adani Group: अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज ने समूह की कंपनियों की ऑडिट करने के लिए ग्रांट थॉर्नटन नामन कंपनी की हायरिंग को सफाई दी है. अडानी इंटरप्राइजेज ने इसे बाजार का अफवाह करार दिया है. इससे पहले ये खबरें सामने आई थी कि हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी समूह कंपनियों की ऑडिट करने के लिए  ग्रांट थॉर्नटन (Grant Thornton) को हायर किया है. 


अफवाह है ग्रांट थॉर्नटन को हायर करने की खबर


अडानी इंटरप्राइजेज ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित करते हुए एक बयान जारी किया जिसमें कंपनी ने कहा कि, हम ये स्पष्ट करना चाहते हैं कि Grant Thornton को लेकर आई खबर बाजार में फैलाई गई अफवाह है और इसलिए इसपर हमारा कुछ बोलना अनुचित होगा.  दरअसल स्टॉक एक्सचेंजों ने इस खबर के सामने आने के बाद कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा था. 


स्टॉक एक्सचेंजों ने मांगी थी सफाई 


मीडिया में ये खबर आई कि अमेरिका के शार्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट अडानी समूह ने अपनी कुछ कंपनियों के ऑडिट कराने के लिए इंडिपेंडेंट ऑडिट कराने के लिए दिग्गज ऑडिट फर्म  ग्रांट थॉर्नटन को हायर किया है जिससे हिंडनबर्ग ने जो समूह की कंपनियों पर आरोप लगाये हैं उससे पीछा छुड़ाया जा सके और रेग्युलेटर्स और निवेशकों को भरोसा जीता जा सके. 


सुर्खियों में थी ये खबर 


न्यूज एजेंसी पीटीआई ने भी कहा था कि इस ऑडिट के जरिए आरबीआई जैसे रेग्युलेटर्स को ये दिखाने की कोशिश है कि कंपनी के पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और उसने सभी कानूनों का पालन किया है. ऑडिट के जरिए ये भी जानने कि कोशिश थी कि समूह की कंपनियों ने जिस मकसद से पैसे जुटाये हैं वो उसी कामों में इस्तेमाल किया जा रहा है या फिर कहीं और.  ऑडिट के जरिए ये बताने कि कोशिश होती कि कंपनी की बैलेंसशीट बेहतर है और सभी प्रोजेक्ट तय समय के साथ पूरे कर लिए जायेंगे.बहरहाल ये मामला अब सुप्रीम कोर्ट में भी जा पहुंचा है और कोर्ट में दाखिल की गई तीसरी जनहित याचिका पर 17 फरवरी 2023 को सुनवाई होगी.   


ये भी पढ़ें


Adani Group: MSCI ने अडानी ग्रुप की दो कंपनियों के इंडेक्स वेटेज रिव्यू को टाला, अब मई में आएगी रिपोर्ट