Adani Share Price: अडानी समूह के शेयरों (Adani Group Stocks) में आज बुधवार के शुरुआती कारोबार में शानदार तेजी देखी गई है. सुप्रीम कोर्ट के अहम फैसले से पहले समूह के सभी शेयरों के भाव चढ़े हुए थे. अडानी के कई शेयरों के भाव में शुरुआती कारोबार में 10 से 16 पर्सेंट तक की तेजी दिखी और सुबह 10.45 बजे के आसपास फैसला आने के बाद तो शेयरों का 'जोश हाई' हो गया है.
इन शेयरों के भाव में सबसे ज्यादा तेजी
अडानी समूह के सभी 10 शेयरों ने आज कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ की है. शुरुआती सेशन में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस सबसे ज्यादा 16 पर्सेंट चढ़ा हुआ है. अडानी टोटल गैस और एनडीटीवी जैसे शेयरों में भी 10-10 फीसदी की तेजी देखी जा रही है. अडानी विल्मर और अडानी ग्रीन के भाव 7 से 8 पर्सेंट तक मजबूत हैं.
अडानी समूह का फ्लैगशिप शेयर अडानी एंटरप्राइजेज भी शुरुआती कारोबार में 7 फीसदी से ज्यादा चढ़ा हुआ है. अडानी पोर्ट्स के भाव में करीब 6 फीसदी की तेजी दिख रही है. अडानी पावर करीब 5 फीसदी मजबूत है. समूह के दोनों सीमेंट स्टॉक एसीसी और अंबुजा सीमेंट के भाव भी 3-3 पर्सेंट तक चढ़े हुए हैं.
सुबह 10:00 बजे का हाल:
कंपनी/शेयर | शुरुआती कारोबार में भाव (रुपये में)/बदलाव |
अडानी एंटरप्राइजेज | 3165 (7.95%) |
अडानी ग्रीन | 1730.65 (7.99%) |
अडानी पोर्ट्स | 1138.70 (5.70%) |
अडानी पावर | 544.60 (4.98%) |
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस | 1230.45 (15.99%) |
अडानी विल्मर | 394.50 (7.53%) |
अडानी टोटल गैस | 1100.65 (10.00%) |
एसीसी | 2330.25 (2.75%) |
अंबुजा सीमेंट | 547.00 (3.15%) |
एनडीटीवी | 300.60 (10.58%) |
सुबह 9.54 बजे शेयरों का क्या था हाल
अडानी समूह के शेयरों की इस शानदार तेजी के पीछे सुप्रीम कोर्ट का एक आने वाला फैसला है. सुप्रीम कोर्ट करीब साल भर पुराने हो चुके हिंडनबर्ग मामले में एक फैसला सुनाने वाला है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल जनवरी में अडानी समूह के ऊपर कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने पिछले साल जनवरी में अडानी को जबरदस्त झटका दिया था. रिपोर्ट आने के बाद समूह के सारे शेयर भरभरा कर गिरने लगे थे और कइयों के भाव आधे से भी कम हो गए थे.
24 नवंबर को सुरक्षित रखा था फैसला
हिंडनबर्ग के आरोपों ने देश में राजनीतिक रंग भी ले लिया था. उसके बाद बाजार नियामक ने हिंडनबर्ग के आरोपों को लेकर अडानी समूह की जांच शुरू की थी. जांच की निगरानी खुद सुप्रीम कोर्ट कर रहा था. उसी जांच को लेकर कई याचिकाएं दायर की गई थीं, जिनके ऊपर आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है. इससे पहले चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली बेंच ने 24 नवंबर को फैसला सुरक्षित रख लिया था.
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