Adani Fund Raise: फंड जुटाने पर सवालिया निशान? अडानी की कंपनी ने टाली बोर्ड की अहम बैठक
Adani Green Board Meeting: अडानी समूह इससे पहले फरवरी महीने में फंड जुटाने का प्रयास कर रहा था, लेकिन तब हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने उसकी योजना खराब कर दी थी...
अडानी समूह (Adani Group) कई महीनों के अंतराल के बाद पहली बार फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है. हालांकि ऐसा लग रहा है कि इस बार भी फंड जुटाने की राह में कुछ मुश्किलें आ रही हैं. समूह की एक प्रमुख कंपनी ने फंड जुटाने को लेकर शनिवार को होने वाली अहम बोर्ड मीटिंग टाल दी है.
तीन कंपनियों की बैठक प्रस्तावित
पहले ऐसी खबरें थीं कि फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) समेत समूह की दो अन्य कंपनियों अडानी ग्रीन और अडानी ट्रांसमिशन के बोर्ड की बैठक शनिवार को होने वाली है. अडानी की तीनों कंपनियों की बोर्ड मीटिंग फंड जुटाने से जुड़ी हुई है. अब इनमें से एक अडानी ग्रीन की बोर्ड की मीटिंग टल गई है, जबकि अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी ट्रांसमिशन की प्रस्तावित बैठक को लेकर कोई नया अपडेट नहीं है.
अब इस तारीख को होगी बैठक
अडानी ग्रीन एनर्जी ने शेयर बाजारों को बताया है कि कुछ आकस्मिक कारणों से 13 मई को होने जा रही बोर्ड मीटिंग टाल दी गई है. शेयरों को बेचकर फंड जुटाने से संबंधित प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए यह बैठक होने वाली थी. कंपनी ने बताया है कि अब उसकी बोर्ड मीटिंग 24 मई को होगी.
इस रिपोर्ट ने खराब किया प्रयास
अडानी समूह का फंड जुटाने का यह इस साल का दूसरा प्रयास है. इस साल जनवरी में हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट (Hindenburg Report) आने के बाद फंड जुटाने पहला प्रयास असफल हो गया था. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने अडानी समूह को निशाना बनाते हुए 24 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी की थी. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ऐसे समय आई थी, जब अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड एफपीओ (Adani Enterprises FPO) से 20 हजार करोड़ रुपये जुटाने वाली थी. हालांकि हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी समूह की योजना को खराब कर दिया था और एफपीओ को वापस लेना पड़ गया था.
फंड जुटाने की ये हैं योजनाएं
ताजी योजना के बारे में अभी समूह की कंपनियों ने यह नहीं बताया है कि उनकी योजना कितनी रकम जुटाने की है. अडानी एंटरप्राइजेज ने बताया था कि बोर्ड की प्रस्तावित बैठक में इक्विटी जारी कर या अन्य पात्र प्रतिभूतियों के मार्फत फंड जुटाने के बारे में चर्चा होगी. कंपनी ने कहा था कि वह या तो इक्विटी शेयर जारी कर या अन्य पात्र प्रतिभूतियों की प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए फंड जुटाने के बारे में विचार कर रही है. यह क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट या एक प्रेफरेंशियल इश्यू भी हो सकता है.
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