साल 2023 की बेहद खराब शुरुआत के बाद अडानी समूह के शेयर (Adani Group Stocks Recovery) अब रिकवरी के संकेत देने लगे हैं. समूह के शेयरों ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के कारण लगे झटकों के असर को पीछे छोड़ने की शुरुआत कर दी है और नई ऊंचाइयां छूने के लिए आगे बढ़ने लगे हैं. बीते दो दिनों के दौरान तो अडानी के शेयरों में जबरदस्त तूफानी तेजी (Adani Shares Rally) देखने को मिली है.


4 शेयर कर रहे रैली की अगुवाई


अडानी समूह के शेयरों में पिछले दो दिनों के दौरान शानदार लिवाली देखने को मिली है. इसका असर समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण यानी एमकैप पर भी सकारात्मक रूप से देखने को मिल रहा है, जिसमें हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के चलते भारी गिरावट आई थी. ताजी रैली का असर हुआ है कि अब फिर से अडानी समूह की चार कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (Adani Group MCap) 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है.


फ्लैगशिप शेयर की लंबी उड़ान


बाजार पूंजीकरण के लिहाज से सबसे पहला नंबर आता है समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) का. बीते 3 दिनों में इसके भाव में 45 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. इसके दम पर कंपनी का बाजार पूंजीकरण अब 3.1 लाख करोड़ रुपये हो गया है. सिर्फ इसी सप्ताह कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 1 लाख करोड़ रुपये बढ़ा है.


इस शेयर ने कर ली पूरी रिकवरी


एमकैप के लिहाज से अडानी एंटरप्राइजेज के बाद समूह की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports & Special Economic Zone) यानी एपीसेज (APSEZ). इसके शेयर का भाव पिछले दो दिनों में 15 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है. अब इसका एमकैप 1.7 लाख करोड़ रुपये हो गया है. इस कंपनी ने एक और रिकॉर्ड बनाया है. यह अडानी समूह की पहली कंपनी है, जिसने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के पूरे असर को दरकिनार करने वाली रिकवरी की है.सरल शब्दों में कहें तो 24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने इसका जितना नुकसान किया था, यह शेयर उससे ज्यादा वापसी कर चुका है.


डबल हुई इन दोनों की वैल्यू


अडानी ग्रीन (Adani Green) पिछले दो दिनों से लगातार अपर सर्किट लगा रहा है और इसके शेयर का भाव 10 फीसदी मजबूत हुआ है. अभी इसका एमकैप बढ़कर 1.56 लाख करोड़ रुपये हो चुका है, जो महज 2 महीने पहले 70 हजार करोड़ रुपये से भी कम था. इस लिस्ट की चौथी कंपनी है अडानी पावर (Adani Power). मंगलवार को इसका एमकैप 1 लाख करोड़ रुपये के पार निकला. 28 फरवरी को इसका एमकैप 51 हजार करोड़ रुपये था, जो अब लगभग डबल हो चुका है.


इतना हुआ समूह का एमकैप


इन कंपनियों के शानदार प्रदर्शन से ओवरऑल अडानी समूह को भी मदद मिली है. अभी अडानी समूह का एमकैप फिर से 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है. मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 11 लाख करोड़ रुपये के पास था. इनमें 7.37 लाख करोड़ रुपये यानी करीब 65 फीसदी योगदान टॉप-4 कंपनियों का है.


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