Adani Group Beats Tata: अडानी समूह (Adani Group) ने अपने ग्रुप कंपनियों के शेयरों नें तेजी की बदौलत मार्केट कैप ( Market Capitalisation) के लिहाज से देश के सबसे पुराने औद्योगिक समूह टाटा ग्रुप ( Tata Group) को पीछे छोड़ दिया है. अंबुजा सीमेंट और एसीसी के अधिग्रहण के बाद गौतम अडानी की अब नौ कंपनियां स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड हैं. और इन नौ कंपनियों का मार्केट कैप 23.24 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है. जबकि टाटा समूह की ग्रुप कंपनियों कंपनियों का मार्केट कैप 20.84 लाख करोड़ रुपये है.
अडानी समूह ने हर महीने जोड़े 64,000 करोड़ रुपये
2019 के आखिर में अडानी समूह की सभी लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप केवल 2 लाख करोड़ रुपये था. लेकिन बीते तीन साल से भी कम समय में अडानी समूह ने अपने शेयरधारकों के लिए 21.24 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की है. अडानी समूह ने बीते 33 महीनों में हर महीने औसतन 64000 करोड़ रुपये की संपत्ति शेयरधारकों के लिए बनाया है. पूरे विश्व में इतनी तेजी के साथ किसी भी समूह ने शेयरधारकों के लिए संपत्ति नहीं जोड़ा है. टाटा समूह ने इसी अवधि में 9 लाख करोड़ रुपये तो रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 7.5 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति शेयरधारकों के लिए जोड़ा है.
अडानी से सब पीछे
अडानी समूह 23.24 लाख करोड़ के मार्केट कैप के साथ पहले नंबर पर है. तो टाटा समूह 20.84 लाख करोड़ रुपये के साथ दूसरे स्थान पर है. रिलायंस इंडस्ट्रीज 17.13 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ तीसरे स्थान पर है. 14.62 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ एचडीएफसी ग्रुप चौथे स्थान पर है. बजाज समूह 9.37 लाख करोड़ रुपये के साथ पांचवें स्थान पर है.
अडानी समूह की 9 कंपनियां लिस्टेड
अडानी समूह की पहले सात कंपनियों शेयर बाजार पर लिस्टेड थी. लेकिन अब अंबुजा सीमेंट और एसीसी के होल्सिम से अधिग्रहण करने के बाद दोनों कंपनियां अडानी समूह की हिस्सा हो गई हैं. तो इसके चलते भी अडानी समूह का मार्केट कैप बढ़ गया है.
ये भी पढ़ें
Global Recession: World Bank ने जताई वैश्विक मंदी की आशंका, जानें भारत को होगा नफा या नुकसान