Adani Group: अडानी समूह ने एक बार फिर फंड जुटाने की कवायद तेज कर दी है. समूह के अधिकारियों ने अमेरिका में वहां के निवेशकों से मुलाकात की है जिसमें ब्लैकरॉक, ब्लैकस्टोन और पैसेफिक इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट (PIMCO) शामिल है. समूह अपनी कुछ कंपनियों के प्राइवेट प्लेस्ड बॉन्ड्स की मार्केटिंग कर रही है. अडानी समूह इस रूट के जरिए एक बिलियन डॉलर जुटाने की कवायद में है.
ब्लूमबर्ग के हवाले से आई रिपोर्ट में अडानी समूह को लेकर ये बातें सामने आई है. अमेरिकी निवेशकों के साथ ये बैठक कंपनी के ग्लोबल रोडशो का हिस्सा था. अडानी समूह ने अमेरिका के न्यूयॉर्क, बॉस्टन, लॉस एंजेल्स, और सन फ्रांसिस्को में रोडशो किया है. रोडशो जरिए समूह ग्लोबल निवेशकों का भरोसा जीतने के साथ उन्हें समूह के कारोबार को लेकर आश्वस्त करना चाहती है. फरवरी महीने में ही रिपोर्ट सामने आई थी कि अडानी समूह अपनी तीन कंपनियों के प्राइवेट प्लेस्ड बॉन्ड्स ऑफर करने पर विचार कर रही है.
प्राइवेट प्लेस्ड बॉन्ड्स के डॉक्यूमेंटेशन पर काम अप्रैल से शुरू होगा और सितंबर 2023 तक पहला चरण लॉन्च किया जाएगा. पहले चरण में 450 मिलियन डॉलर समूह जुटाने की तैयारी है. प्राइवेट प्लेस्ड बॉन्ड्स 10 से 20 वर्षों के लिए होगा और कूपन रेट 8 फीसदी के करीब रहने की उम्मीद है.
24 जनवरी 2023 को शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी समूह के स्टॉक्स में तो गिरावट देखी गई. लेकिन इस रिपोर्ट के कारण कंपनी के लिए फंड जुटाने पर असर पड़ा. जिसके चलते समूह कई प्रोजेक्ट से अपना हाथ पीछे खींच रही है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी समूह का मार्केट कैप 153 बिलियन डॉलर तक घट गया.
अडानी समूह सिंगापुर और हांग कांग में रोडशो कर चुकी है. कंपनी को बड़ी राहत तब मिली जब अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) को ब्लॉक डील में चार सब्सिडियरी कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर्स बेच डाले.
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