Adani Group: अरबपति गौतम अडानी की कंपनी सोलर एनर्जी सेक्टर में अपनी पकड़ को और मजबूत करने की योजना बना रहा है. अडानी ग्रुप का सोलर एनर्जी क्षमता बढ़ाने पर फोकस है. रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी सोलर मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी को 10 गीगावॉट तक करने पर काम कर रहा है. वर्तमान में कंपनी के पास 4 गीगावॉट की क्षमता है. 


उम्मीद की जा रही है कि नई सोलर क्षमता से 13 हजार से ज्यादा नौकरियों के पैदा होने की संभावना है. अडानी समूह ने हाल ही में विदेशी बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से 394 मिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाए हैं. वहीं अडानी ग्रुप के पास 3000 मेगावाट के ऑर्डर बुक हैं. इस ऑर्डर को 15 महीनों के दौरान पूरा करना है. 


भारत ने अपने सोलर एनर्जी प्रोडक्शन को मार्च 2014 में 2.63 गीगावॉट से बढ़ाकर जुलाई 2023 में 71.10 गीगावॉट कर दिया था. ऐसे में मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम को और मजबूत करने की आवश्यकता है. सरकार ने पीएलआई स्कीम समेत कई अन्य प्रोत्साहन योजनाओं के जरिए अडानी समूह जैसी प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों को प्रोत्साहित किया है. 


हर साल पांच गीगावॉट सोलर पैदा करने की योजना 


अडानी सोलर एनर्जी में अडानी ग्रुप हर साल अपनी क्षमता 5 गीगावॉट तक बढ़ाने पर फोकस करेगा. अडानी ग्रुप का प्लान साल 2030 तक इस सेक्टर में सबसे बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी बनने का है. साल 2016 में अडानी सोलर ने 1.2 गीगावॉट के साथ निर्माण शुरू की थी. छह साल से कम समय में कंपनी ने अपनी क्षमता को तीन गुना बढ़ाया है. 


13 हजार से ज्यादा नौकरियां मिलने की संभावना 


अडानी ग्रुप का प्लान 2030 तक देश का सबसे बड़ा सोलर इकोसिस्टम उत्पादन क्षमता बनने की है. ऐसे में कंपनी 2027 तक मुंद्रा गुजरात में 10 गीगावॉट के साथ दुनिया का पहला इंटीग्रेटेड और व्यापक मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम तैयार कर रहा है. इस कारण उम्मीद है कि 13 हजार नौकरियां पैदा होंगी. 


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