Adani Group MCap: अडानी के शेयरों पर लौटा इन्वेस्टर्स का भरोसा, 11 लाख करोड़ रुपये के पार निकला समूह का एमकैप
Adani Group Stocks Value: अडानी समूह के शेयरों में साल की शुरुआत में भारी गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि हिंडनबर्ग के आरोपों से लगे झटके के बाद अब इन्वेस्टर्स का भरोसा फिर लौट आया है...
अडानी समूह के शेयरों पर इन्वेस्टर्स का भरोसा फिर से लौट आया है. बाजार के आंकड़े यही इशारा कर रहे हैं. अडानी समूह की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को 11 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया. समूह के शेयरों को घरेलू व विदेशी निवेशकों दोनों की लगातार लिवाली से मदद मिल रही है.
बाजार में अडानी की ये कंपनियां
शेयर बाजार में अभी अडानी समूह की 10 कंपनियां लिस्टेड हैं. उनमें फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के अलावा अडानी ग्रीन, अडानी पोर्ट्स, अडानी पावर, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस, अडानी विल्मर, अडानी टोटल गैस, एसीसी, अंबुजा सीमेंट और एनडीटीवी शामिल हैं. शुक्रवार के कारोबार में समूह के 10 में से 6 शेयरों में तेजी देखी गई, जबकि 4 शेयरों के भाव में हल्की गिरावट आई.
10 महीने के उच्च स्तर पर पावर शेयर
शुक्रवार के कारोबार में अडानी समूह के शेयरों के अच्छे प्रदर्शन की अगुवाई अडानी पावर ने की, जिसके शेयरों के भाव में 3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. अडानी पावर के शेयरों को ऑपरेशनल परफॉर्मेंस में सुधार से मदद मिल रही है. लगातार आ रही तेजी से अडानी पावर के शेयरों का भाव आज 10 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया.
एक दिन में इतनी बढ़ी वैल्यू
शेयरों के भाव में लगातार आ रहे सुधार से अडानी समूह के एमकैप को मदद मिली है. एक दिन पहले यानी गुरुवार का कारोबार समाप्त होने के बाद अडानी समूह की सभी 10 लिस्टेड कंपनियों का सम्मिलित बाजार पूंजीकरण 10 लाख 96 हजार करोड़ रुपये था, जो शुक्रवार का कारोबार समाप्त होने के बाद बढ़कर 11 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया. एक दिन में अडानी समूह की कंपनियों का एमकैप करीब 7,039 करोड़ रुपये बढ़ा है.
इस तरह से आई है रिकवरी
अडानी समूह के शेयरों के लिए यह साल ठीक नहीं रहा है. साल की शुरुआत में ही अडानी समूह को हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. उसके बाद अडानी समूह के शेयरों में करीब एक महीने तक हर रोज भारी गिरावट आई. उसके चलते अडानी समूह का एमकैप गिरकर मार्च 2023 की शुरुआत में 5 लाख करोड़ रुपये के करीब आ गया था. उसके बाद अडानी के शेयरों ने अच्छी रिकवरी दिखाई है और उनकी वैल्यू लो लेवल की तुलना में अब तक डबल से ज्यादा हो चुकी है.
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