अडानी समूह के लिए नए साल की शुरुआत शानदार तरीके से हुई है. आज बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अडानी-हिंडनबर्ग विवाद से जुड़ा एक अहम फैसला सुनाया, जिसके बाद अडानी समूह के सारे शेयर रॉकेट बने हुए हैं. शेयरों की इस जबरदस्त रैली से अडानी समूह का सम्मिलित मार्केट कैप आज 15 लाख करोड़ रुपये के पार निकल गया है.


सुबह से शानदार तेजी में शेयर


अडानी समूह के शेयरों में सुबह से ही शानदार तेजी दिख रही है. अडानी के सभी 10 शेयरों ने आज कारोबार की शुरुआत फायदे के साथ की. सुबह तो अडानी के कुछ शेयर 16 फीसदी तक की तेजी में थे. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सारे शेयर ग्रीन जोन में बने रहे. दोपहर के कारोबार में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस सबसे ज्यादा करीब 10 फीसदी की तेजी में था.


एक साल के उच्च स्तर पर कई शेयर


अडानी टोटल गैस में करीब 7 फीसदी की तेजी दिख रही थी. एनडीटीवी के भाव करीब 5 फीसदी चढ़े हुए थे. अडानी एंटरप्राइजेज 2 फीसदी से ज्यादा मजबूत था, जबकि अडानी ग्रीन, अडानी पावर और अडानी विल्मर करीब 4-4 फीसदी के फायदे में थे. अडानी पोर्ट्स, एसीसी और अंबुजा सीमेंट भी फायदे में कारोबार कर रहे थे. कारोबार के दौरान अडानी के कई शेयरों ने आज 52-वीक का अपना नया हाई बनाया.


सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया ये फैसला


सुप्रीम कोर्ट में आज अडानी समूह की जांच से जुड़ी कई याचिकाओं पर एक साथ फैसला सुनाया गया. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा लगाए गए आरोपों की सेबी के द्वारा की जा रही जांच को एसआईटी या किसी अन्य जांच एजेंसी के पास ट्रांसफर करने की कोई जरूरत नहीं है. शीर्ष न्यायालय ने यह भी कहा कि अगर किसी कानून का उल्लंघन किया गया है तो सरकार व सेबी उसे देखेगी और कानून सम्मत कार्रवाई करेगी.


अडानी बोले- सत्य की हुई जीत


सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने उसे सत्य की जीत करार दिया. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- माननीय सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट से पता चलता है कि सत्य की जीत होती है. सत्यमेव जयते. उन्होंने साथ खड़े होने वाले लोगों का आभार व्यक्त करते हुए आगे लिखा कि भारत की ग्रोथ स्टोरी में अडानी समूह का योगदान जारी रहेगा.



अमेरिका में भी हुई है जांच


आपको बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल जनवरी में अडानी समूह के ऊपर एक आरोप लगाए थे. उनमें एक आरोप ये भी था कि अडानी समूह ने अपने शेयरों के भाव को बढ़ाया-चढ़ाया है. हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद सेबी ने उसकी जांच शुरू की थी, जिसकी निगरानी सु्प्रीम कोर्ट के द्वारा की जा रही थी. हाल ही में अडानी के एक श्रीलंका स्थित पोर्ट को अमेरिकी सरकार से फंडिंग मिली है. उसके बाद बताया गया था कि अमेरिकी सरकार ने भी हिंडनबर्ग के आरोपों की स्वतंत्र जांच कराई थी और उसके बाद फंडिंग को मंजूरी दी गई थी.


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