Adani Group: अडानी समूह (Adani Group) जनवरी से ही काफी चर्चा में बना हुआ है. हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद से ही इस पर तरह-तरह के आरोप-प्रत्यारोप के बीच बाजार नियामक सेबी ने भी देश के सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था और हाल ही में इस मामले की जांच के लिए और 6 महीने का वक्त मांगा है.
सेबी की ओर से आया बयान
अब इसी मामले पर अडानी समूह के एक प्रवक्ता ने कहा कि सेबी 25 जनवरी, 2023 को एक विदेशी शॉर्ट-सेलर द्वारा अडानी समूह पर लगाए गए आरोपों के अलावा और भी कई तथ्यों की जांच कर रही है. इसमें इस रिपोर्ट के जारी होने की तारीख से पहले और बाद की मार्केट एक्टिविटीज की भी जांच की जा रही है. इस विस्तृत जांच के लिए सेबी के साथ अडानी समूह पूरी तरह सहयोग कर रहा है.
जांच के फैसले का स्वागत करते हैं- अडानी समूह
अडानी समूह ने कहा कि हम इस जांच के फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि इसके जरिए सभी मामलों को सुना जाएगा और सभी को अपना पक्ष रखने का वक्त मिलेगा. हम सभी नियम, कानून और नियामकीय बातों से बंधे हुए हैं और मानते हैं कि सत्य की जीत होगी. हम सेबी के साथ-साथ पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और उन्हें अपना पूरा सपोर्ट दे रहे हैं. हम सभी कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन कर रहे हैं और नियम और कानूनों के बल पर हमें विश्वास है कि सत्य की जीत होगी.
जांच में सहयोग कर रहे हैं- अडानी समूह
अडानी समूह ने ये भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के सामने दायर सेबी के आवेदन में किसी भी कथित गलत काम का निष्कर्ष नहीं बताया गया है. सेबी के आवेदन में केवल शॉर्ट-सेलर की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों का हवाला दिया गया है, जो कि अभी भी जांच के दायरे में हैं. अडानी ने अपने बयान में कहा है कि हम मीडिया से अनुरोध करेंगे कि वह इस समय गैरजरूरी अटकलों से बचें. सेबी और सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति का काम पूरा होने और अपने नतीजे पेश होने का इंतजार करें.
गौरतलब है कि अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के लगाए गए कथित गड़बड़ियों के आरोपों के बाद से ही समूह की मुश्किलें काफी बढ़ गई थीं और तभी से ही ये अलग-अलग कारणों से खबरों में आता रहता है.
ये भी पढ़ें
IDBI: आईडीबीआई बैंक ने 3645 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, हर शेयर पर देगी इतने रुपये का डिविडेंड