Adani Group: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट अडानी ग्रुप से जुड़े जिस व्यक्ति का नाम सबसे ज्यादा बार आया है वह हैं विनोद अडानी. रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि अमेरिका में रहने वाले विनोद अडानी ग्रुप में हेराफेरी करने के लिए फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करते थे. इस आरोप का जवाब देते हुए अडानी ग्रुप ने अब विनोद अडानी से ग्रुप के रिश्ते के बारे में जानकारी दी है. ग्रुप ने विनोद अडानी को ग्रुप का प्रमोटर बताया है.


विनोद अडानी हैं ग्रुप के प्रमोटर


अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनियों में से एक अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने शेयर बाजार में गुरुवार को यह जानकारी दी कि गौतम अडानी और राजेश अडानी ग्रुप की अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों के व्यक्तिगत प्रमोटर हैं. वहीं विनोद अडानी इन प्रमोटरों के करीबी रिश्तेदार हैं. वह अडानी ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों के प्रमोटर हैं. साथ ही अडानी ग्रुप ने यह भी कहा कि ग्रुप ने समय-समय पर विनोद अडानी के साथ अपने रिश्तों के बारे जानकारी दी है.


अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में विनोद अडानी पर कई गंभीर आरोप लगाए थे कि उन्होंने अपनी कंपनी के शेयरों की कीमत को बढ़ाने के लिए गलत जानकारी और हेराफेरी की है. साथ ही कंपनी ने भी बताया कि विनोद अडानी दुबई बेस्ड है.


जनवरी में कंपनी ने दी थी यह जानकारी


अडानी ग्रुप ने सभी तरह से आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा था कि विनोद अडानी के पास अडानी ग्रुप की कंपनियों का कोई मैनेजेरियल पद नहीं है और वह कंपनियों को आम कामकाज को नहीं देखते हैं. ध्यान देने वाली ये है कि अमेरिका की हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी में अडानी ग्रुप पर अपनी रिपोर्ट पब्लिश की थी. इस रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. इस रिपोर्ट के आने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है. ग्रुप के मार्केट कैप में 150 अबर डॉलर की भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसके बाद से ही कंपनी लगातार हिंडनबर्ग द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दे रही है.


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