Adani Group Stocks: अडानी समूह ने ब्लॉक डील में 4 कंपनियों के शेयर बेचकर जुटाये 15,446 करोड़ रुपये
Adani Group: दो दिन पहले ही अडानी समूह ने अपने बॉन्ड होल्डर्स को कहा था कि समय से पहले शेयर के एवज में 690 से 790 मिलियन डॉलर के लोन को मार्च के आखिर तक चुकाने जा रही है.
Adani Group Stocks: नगदी जुटाने के लिए अडानी समूह ने अपनी चार कंपनियों के शेयर्स गुरुवार 2 मार्च 2023 को सेकेंडरी मार्केट में बेचे हैं. ब्लॉक डील में अडानी समूह ने चार कंपनियों के शेयर बेचकर कुल 15,446 करोड़ रुपये जुटाये हैं. कंपनी ने ये शेयर अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) को ब्लॉक डील में बेचे हैं.
अडानी समूह ने ये जानकारी दी है समूह की चार सब्सिडियरी कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी ट्रांसमिशन और अडानी इंटरप्राइजेज के 15446 करोड़ रुपये के शेयर्स ब्लॉक डील में जीक्यूजी पार्टनर्स को बेचे हैं. समूह ने एक बयान में कहा कि भारत के बेहद खास इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में निवेश करने के बाद GQG Partners बेहद अहम निवेशक बन चुका है.
इस निवेश पर जीक्यूजी पार्टनर्स के चेयरमैन और सीआईओ राजीव जैन ने कहा, हमारा मानना है कि इन कंपनियों के लिए दीर्घकालिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं, और हम इन कंपनियों में निवेश कर बेहद खुश हैं जो भारत की अर्थव्यवस्था और ऊर्जा बुनियादी ढांचे को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी, जिसमें लंबी अवधि में उनका ऊर्जा परिवर्तन भी शामिल है. इस मौके पर अडानी समूह के ग्रुप सीएफओ जुगशिंदर सिंह ने कहा कि ये ट्रांजैक्शन अडानी कंपनियों के पोटफोलियो के विकास, गवर्नेंस और मैनेजमेंट प्रैक्टिस में दुनियाभर के निवशकों के बरकरार भरोसे को दर्शाता है.
इसी डील के चलते गुरुवार को अडानी समूह के सभी शेयरों में तेजी देखने को मिली है. अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी , अडानी विल्मर, अडानी पावर में 5 फीसदी की तेजी रही है. अडानी पोर्ट्स भी 3.45 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ है. अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैप 7.86 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है.
इससे पहले अडानी इंटरप्राइजेज ने स्टॉक एक्सचेंजो ( Stock Exchanges) को दिए स्पष्टीकरण में सॉवरेन फंड ( Sovereign Fund) से 3 बिलियन डॉलर कर्ज लेने की डील की रिपोर्ट अफवाह करार दिया है. बुधवार को इस खबर के सामने आने के बाद स्टॉक एक्सचेंजों ने अडानी इंटरप्राइजेज से स्पष्टीकरण मांगा था जिसपर रेग्युलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने ये जानकारी दी. तो हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अडानी समूह के स्टॉक्स में जोर-तोड़ के आरोप की जांच के लिए कमिटी का गठन कर दिया है.
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