विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाले अडानी समूह (Adani Group) के लिए पिछला एक महीना मुश्किलों भरा रहा है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की विवादास्पद रिपोर्ट (Hindenburg Report) आने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों के भाव (Adani Group Share Prices) में रिकॉर्ड गिरावट आई है. इसके चलते समूह का एमकैप (Adani Group MCap) भी तेजी से कम हुआ है. बदले हालात के बीच गौतम अडानी (Gautam Adani) के समूह को ग्लोबल हेज फंड्स (Global Hedge Funds) यानी ग्लोबल क्रेडिट फंड्स (Global Credit Funds) से काफी उम्मीदें हैं.


इतना कर्ज लेने की तैयारी


अंग्रेजी अखबार ईटी की एक खबर के अनुसार, अडानी समूह ग्लोबल क्रेडिट फंड्स से कर्ज के रूप में 400 मिलियन डॉलर तक की रकम जुटाने की बातचीत कर रहा है. यह कर्ज समूह के एक प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई कोयला बंदरगाह के बदले लिया जा सकता है. इस बंदरगाह से अडानी समूह Carmichael mine से निकले ज्यादातर कोयले को निर्यात करता है.


कई ग्लोबल फंड्स से हो रही बात


खबर में मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि समूह के लिए फंड जुटाने को लेकर नॉर्थ क्वीन्सलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल पर समूह की निगाहें हैं, जिसे अभी अडानी फैमिली ट्रस्ट नियंत्रित कर रहा है. खबर के अनुसार, अडानी समूह ने इसके लिए कई बड़े ग्लोबल क्रेडिट फंड्स के साथ बातचीत शुरू की है. समूह को संभावित कर्जदाताओं से दो टर्म शीट भी मिले हैं, जिनमें हेज फंड फेरालॉन कैपिटल भी शामिल है.


ऑस्ट्रेलिया में ये कारोबार


अडानी समूह भारत के अलावा भी कई देशों में कारोबार करता है. ऑस्ट्रेलिया में समूह कई सालों से मौजूद है. गौतम अडानी की कंपनी Carmichael mine का संचालन करती है. इसके अलावा कंपनी के पास खदान से जुड़ी एक रेल लाइन, नॉर्थ क्वीन्सलैंड एक्सपोर्ट टर्मिनल और एक सोलर फार्म के भी परिचालन का अधिकार है.


रिपोर्ट से इतना नुकसान


हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को जारी एक रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए थे. रिपोर्ट में कहा गया था कि अडानी समूह के शेयरों की वैल्यू काफी ज्यादा है. इसके अलावा शेयरों के भाव में हेर-फेर करने समेत अन्य कई आरोप भी लगाए गए थे. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अब तक समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों को भी भारी नुकसान हुआ है. समूह की इन कंपनियों का मार्केट कैप कुल मिलाकर 12 लाख रुपये से ज्यादा गिर चुका है.