अडानी ग्रुप अब एक और देश में निवेश की संभावनाएं तलाश रहा है. वहां की सरकार ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि करीब 3 अरब डॉलर का निवेश हो सकता है. यह निवेश बंदरगार, पवन और सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट में हो सकता है. ये खबर ऐसे समय में सामने आई है, जब गौतम अडानी के बेटे करण अडानी वियतनाम पहुंच थे.
वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिंह ने बुधवार को हनोई में अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोंस लिमिटेड के सीईओ करण अडानी की अगवानी की. वियतनामी सरकार ने एक बयान में कहा कि अडानी समूह 3 अरब डॉलर के संयुक्त निवेश के साथ वियतनाम में एक बंदरगाह पारिस्थितिकी तंत्र के साथ-साथ पवन और सौर ऊर्जा परियोजनाओं को विकसित करना चाहता है.
वियतनाम का इन सेक्टरों में विकास पर फोकस
वियतनाम के पीएम ने करण अडानी को अपने देश के विकास लक्ष्यों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि देश में संस्थानों को बेहतर बनाना, मानव संसाधन विकसित करना और बुनियादी ढांचे का निर्माण करने पर फोकस किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वियतनाम विकास के लिए घरेलू और इंटरनेशनल स्तर पर सभी संसाधनों को जुटाता है और उसका उपयोग करता है.
अडानी समूह इन सेक्टर्स में कर सकता है निवेश
वियतनाम सरकार ने उम्मीद जताई की अडानी ग्रुप वहां परिवहन, ऊर्जा, डिजिटल और जलवायु परिवर्तन के बुनियादी ढांचे जैसे रणनीतिक बुनियादी ढांचे में निवेश कर सकता है. वहीं करण अडानी ने कहा कि अडानी ग्रुप दुनिया भर के 50 से ज्यादा देशों में बंदरगाह, परिवहन, रसद, ऊर्जा और डिजिटल प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में काम कर रहा है.
10 अरब डॉलर तक भी हो सकता है निवेश
करण अडानी ने कहा कि समूह ने वियतनाम में न केवल बंदरगाहों और रसद में, बल्कि ऊर्जा और डिजिटल प्रौद्योगिकी में भी लॉन्ग टर्म में निवेश करने का फैसला किया है. करण अडानी ने कहा कि अडानी समूह वियतनाम में करीब 3 अरब डॉलर की कुल पूंजी के साथ एक ग्रीन सीपोर्ट इकोसिस्टम बनाने और सौर ऊर्जा संयंत्रों में निवेश करना चाहता है. उन्होंने कहा कि ये निवेश 10 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है.
गौरतलब है कि अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी ट्रांसमिशन क्यूआईपी या अन्य तरीकों से 21 हजार करोड़ रुपये जुटाने का प्लान तैयार किया है.
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