Adani Group: सेना के लिए गोला बारूद बनाएगा अडानी ग्रुप, 3000 करोड़ रुपये की मेगा फैक्ट्री लगेगी
Adani Defence & Aerospace: अडानी ग्रुप ने कानपुर के नजदीक दो मेगा फैक्ट्री लगाने का फैसला किया है. इनकी मदद से लगभग 4000 नौकरियां पैदा होंगी.
Adani Defence & Aerospace: गौतम अडानी के स्वामित्व वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) ने डिफेंस सेक्टर में बड़ा ऐलान किया है. अडानी ग्रुप 3000 करोड़ रुपये के निवेश से हथियारों की दो फैक्ट्री लगाएगा. यह फैक्ट्रियां उत्तर उत्तर प्रदेश के कानपुर में बनेंगी. यहां गोला-बारूद बनाए जाएंगे. इन फैक्ट्रियों में लगभग 15 करोड़ गोला-बारूद सालाना बनाए जा सकेंगे, जो कि भारतीय सेना की कुल जरूरत का लगभग एक चौथाई है. इससे देश में हथियार और गोला बारूद की स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा.
कानपुर के नजदीक लगेंगी फैक्ट्रियां
अडानी डिफेंस एंड एयरोस्पेस (Adani Defence & Aerospace) कानपुर के नजदीक लगभग 500 एकड़ में इन फैक्ट्रियों को बनाएगा. गौतम अडानी (Gautam Adani) के बेटे करण अडानी (Karan Adani) ने सोमवार को बताया कि यह फैक्ट्रियां भारतीय सेना की जरूरतों को पूरा करने में अहम रोल निभाएंगी. इनमें छोटे, मध्यम एवं बड़े कैलिबर के गोला बारूद बनाए जा सकेंगे. इन्हें सेना, पैरा मिलिट्री और पुलिस को सप्लाई किया जाएगा. करण अडानी डिफेंस बिजनेस की देखभाल करते हैं.
4000 नौकरियां पैदा होंगी
उन्होंने बताया कि इन फैक्ट्रियों की मदद से लगभग 4000 नौकरियां पैदा होंगी. साल 2025 तक यहां 2 लाख राउंड लार्ज कैलिबर आर्टिलरी और टैंक के गोले बनाए जा सकेंगे. साथ ही 50 लाख राउंड मीडियम कैलिबर के गोले बनाए जा सकेंगे. यहां शॉर्ट रेंज और लॉन्ग रेंज की मिसाइल बनाई जा सकेंगी. अडानी डिफेंस इससे पहले ड्रोन, एंटी ड्रोन सिस्टम, लाइट मशीन गन, असॉल्ट राइफल्स और पिस्टल बनाती है.
डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर होने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर होने का लक्ष्य रखा है. केंद्र सरकार रक्षा क्षेत्र में आयात घटाने के लिए लगातार प्रयासरत है. इसके लिए डिफेंस सेक्टर में अरबों डॉलर के कारोबार के लिए रास्ते खोले गए हैं. भारतीय सेना की जरूरतों को पूरा करने के लिए अडानी ग्रुप, टाटा ग्रुप (Tata Group), लार्सन एंड टूब्रो (Larsen & Toubro) और महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) तेजी से काम कर रहे हैं. अडानी पोर्ट्स एंड सेज लिमिटेड के चीफ एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर करण अडानी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में विदेशी निर्भरता से भारतीय सेना की जरूरतें समय से पूरी नहीं हो पाती हैं. साथ ही आर्थिक अवसर भी कम होते हैं.
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