APSEZ Bonds Buyback: अडानी समूह (Adani Group) की प्रमुख कंपनियों में से एक अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (Adani Ports & Special Economic Zone) ने अपने बॉन्ड को परिपक्व होने से पहले ही खरीदने की योजना तैयार की है. इसके तहत कंपनी हर तिमाही में 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड की पुनर्खरीद करने वाली है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) का मानना है कि कंपनी के इस कदम से निवेशकों का भरोसा बहाल करने में मदद मिल सकती है.


मजबूत होगी कंपनी की ये रणनीति


ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने अडानी पोर्ट्स (APSEZ) की बॉन्ड पुनर्खरीद योजना पर मंगलवार को प्रतिक्रिया दी. उसने कहा, अडानी पोर्ट्स का यह फैसला बताता है कि कंपनी परिस्थिति को देखते हुए परिपक्व हो रहे कर्ज का समय से पहले ही भुगतान करने में लगी है. बंदरगाह एवं लॉजिस्टिक कंपनी की योजना हर तिमाही में 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड की पुनर्खरीद करने की है. निवेशक अगर इस सौदे को स्वीकार करते हैं, तो इससे रिफाइनेंसिंग के जोखिम से बचने की अडानी पोर्ट्स की रणनीति मजबूत होगी.


कंपनी ने दी थी ये जानकारी


आपको बता दें कि अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने सोमवार को बॉन्ड पुनर्खरीद कार्यक्रम की शुरुआत की. यह अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के द्वारा इस साल जनवरी में अडानी समूह पर लगाये गये धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों के बाद पहला बॉन्ड पुनर्खरीद कार्यक्रम है. कंपनी ने शेयर बाजार को सोमवार को बताया था कि उसने जुलाई, 2024 में परिपक्व होने वाले बॉन्ड की पुनर्खरीद को लेकर निविदा जारी की है. इसके तहत वह 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड की पुनर्खरीद करेगी. कंपनी ने कहा है कि वह इतनी ही राशि के बॉन्ड की पुनर्खरीद अगली चार तिमाहियों में भी करेगी.


समय से पहले कर्ज चुकाने की सक्रियता


रेटिंग एजेंसी ने इस बारे में कहा कि वास्तव में कंपनी निवेशकों के बीच इस बात पर फिर से भरोसा बहाल करना चाहती है कि उसकी नकदी की स्थिति संतोषजनक है. एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा, हमारा मानना है कि यह परिस्थिति के अनुसार उठाया गया कदम है. यह बताता है कि कंपनी सक्रियता के साथ आने वाले समय में परिपक्व हो रहे कर्ज का पहले से ही प्रबंधन करने में लगी है.


इतना रह सकता है कैश फ्लो


रेटिंग एजेंसी ने साथ ही इस बात की उम्मीद जताई है कि अडानी पोर्ट्स के पास पर्याप्त नकदी है और वह 13 करोड़ डॉलर मूल्य के बॉन्ड पुनर्खरीद के लिये भुगतान कर पाने की स्थिति में है. एजेंसी ने कहा, कंपनी का परिचालन नकदी प्रवाह अच्छा रहने का अनुमान है और वह उसका उपयोग करेगी. हमारा अनुमान है कि 2023-24 में यह 89 अरब रुपये रहेगा.


ये भी पढ़ें: ये है दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति की कंपनी, 500 बिलियन डॉलर के पार हुई वैल्यू