Fortune ब्रांड से बिक रहे थे नकली प्रोडक्ट, गौतम अडानी की कंपनी ने दर्ज कराई एफआईआर
देश में Fortune ब्रांड से नकली खाद्य तेल बिक रहा था, जिसे लेकर अडानी विल्मर ने यूपी के गौतमबुद्धनगर में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है.
Gautam Adani Company: गौतम अडानी की कंपनी अडानी विल्मर ने एक कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. कंपनी का आरोप है कि फॉर्च्यून ऑयल ब्रांड के नाम से नकली उत्पाद बेचे जा रहे हैं, जिसमें इस कंपनी का नाम सामने आया है. ऐसे में अडानी विल्मर ने गौतमबुद्धनगर में पुलिस शिकायत दर्ज कराई है. अडानी विल्मर फॉर्च्यून ब्रांड नाम से खाद्य तेल भारत के कई राज्यों में बेचती है.
खाद्य तेल प्रमुख कंपनी ने नियमित बाजार सर्वेक्षण के दौरान इसका पता लगाया है. अपने एक बयान में कंपनी ने कहा कि नकली उत्पाद बनाकर बेचने के लिए बी2बी प्लेटफॉर्म के खिलाफ एजेंसी के माध्यम से प्राथमिकी दर्ज की है. एफआईआर उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर जिले के बादलपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है. अडानी विल्मर ने कहा कि जांच अधिकारियों ने बिजनेस टू बिजनेस प्लेटफॉर्म के गोदाम पर छापेमारी की, जिसमें अडानी विल्मर के फॉर्च्यून ऑयल के नाम नकली उत्पादों को जब्त किया गया.
छापेमारी में क्या मिला
अधिकारियों की ओर से छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में फॉर्च्यून ब्रांड के तेल मिले हैं. जब्त किए गए प्रोडक्ट में बिना ढक्कन वाली फॉर्च्यून कच्ची घानी सरसों तेल (1 लीटर पैक) की 126 पेट बोतलें, 1 लीटर पाउच में 37 नकली फॉर्च्यून रिफाइंड सोयाबीन ऑयल और 1 लीटर पैक में फॉर्च्यून सरसो ऑयल की 16 पेट बोतलें शामिल हैं. अडानी विल्मर के प्रवक्ता ने कहा कि बाजार में फैल रहे नकली उत्पादों ओर उपभोक्ताओं के हेल्थ को लेकर चिंतित हैं. इसलिए शिकायत दर्ज कराई गई है.
नकली प्रोडक्ट में इन चीजों की जांच
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि नकली उत्पादों की गंभीरता से लेते हुए कंपनी नकली सामान के स्रोतों की तेजी से पहचान करने और ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे हैं. बयान के अनुसार, कंपनी ने रिपोर्ट किए गए उत्पाद की जांच शुरू की गई है. नकली ब्रांड की जांच में बैच कोड विवरण, नकली क्यूआर कोड और पैकेजिंग आदि चीजों को देखा जा रहा है.
खाद्य तेल की कीमतों में आई कमी
अडानी विल्मर ने बुधवार को कहा कि खाद्य तेल की कीमतों में भारी गिरावट और उसके खाद्य उत्पादों की मजबूत मांग के कारण पहली तिमाही की बिक्री में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है. कंपनी ने कहा कि ये गिरावट कम उपभोक्ता मांग, कुछ क्षेत्र में आपूर्ति में कमी और तिलहन के मजबूत उत्पादन के कारण खाद्य तेल की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले गिरावट आई है.
ये भी पढ़ें
IT Selloff: भारी बिकवाली ने कर दिया नुकसान, इस मामले में एसबीआई से पिछड़ गई इंफोसिस