Adani Wilmar IPO: Adani Wilmar का आईपीओ जनवरी 2022 में ही बाजार में लॉन्च हो सकता है. हालांकि अडाणी विल्मर (Adani Wilmar) ने अपने आईपीओ का साइज छोटा कर दिया है. अडानी विल्मर के आईपीओ के साइज को 4500 करोड़ रुपये से घटाकर 3600 करोड़ रुपये का कर दिया गया है. ये यह पूरी तरह फ्रेश इश्यू होगा. कंपनी आईपीओ से जुटाये जाने वाले रकम से कर्ज वापस करने के साथ कारोबार को पंख देने में लगायेगी. 


अडाणी विल्मर आईपीओ के जरिए जुटाये रकम को कैपिटल एक्सपेंडीचर के मद में, अधिग्रहण में और इस रकम के जरिये कर्ज वापस किया जाएगा. आपको बता दें अडाणी विल्मर अडाणी एंटरप्राइजेज और विल्मर ग्रुप का ज्वाइंट वेंचर जिसमें दोनों की 50:50 फीसदी की हिस्सेदारी है. मार्केट रेग्युलेटर SEBI ने अडाणी विल्मर को पहले ही आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है. 


अडाणी ग्रुप की सातवीं लिस्टेड कंपनी
अडाणी विल्मर अडाणी ग्रुप की सातवीं कंपनी होगी जो बाजार में लिस्ट होगी. Adani Wilmar एडिबल ऑयल ब्रांड फॉर्च्यून बनाती है. इस कंपनी की स्थापना अडाणी ग्रुप और सिंगापुर बेस्ड कंपनी  Wilmar कंपनी के साथ ज्वॉइंट वेंचर कौ तौर पर 1999 में हुई थी. विल्मर ग्रुप का कारोबार मुख्य रूप से एग्री बिजनेस है. Fortune Oil घर-घर की पसंद है. इसके अलावा कंपनी चावल, सोयाबिन, बेसन, दाल, वनस्पति, खिचड़ी, साबुन, आंटा, चीनी समेत दर्जनों प्रोडक्ट तैयार करती है. ज्यादातर प्रोडक्ट्स Fortune ब्रांच नाम से आते हैं.


डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है सबसे बड़ा
अडाणी विल्मर की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, एडिबल ऑयल मार्केट में अपने देश में इसका सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है. पूरे देश में इसके 85 स्टॉक प्वॉइंट और 5000 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. रिटेल मार्केट में इसकी हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी है. पूरे देश के करीब 15 लाख रिटेल आउटलेट पर इसका प्रोडक्ट उपलब्ध होता है. हेल्थ को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने स्पेशल ऑयल Rice Bran and Vivo को भी लॉन्च किया था. वहीं कंपनी का एक अन्य एडिबल ऑयल ब्रांड Rupchanda बांग्लादेश में मार्केट लीडर है. वहां कंपनी की दो बड़ी रिफाइनरी भी है.


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