Adani Wilmar IPO: अडाणी विल्मर ने तय कर लिया अपने आईपीओ का प्राइस बैंड, जानें GMP और डिटेल्स
Adani Wilmar IPO: Adani Wilmar का आईपीओ 27 जनवरी 2022 को खुलेगा. आईपीओ का प्राइस बैंड 218 - 230 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
Adani Wilmar IPO: Adani Wilmar का आईपीओ 27 जनवरी 2022 को खुलेगा और निवेशक 31 जनवरी 2022 तक आईपीओ में आवेदन कर सकेंगे. कंपनी ने आईपीओ का प्राइस बैंड भी तय कर लिया है. अडानी विल्मर आईपीओ का प्राइस बैंड 218 - 230 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. शेयर का फेस वैल्यू एक प्रति शेयर है.
3600 करोड़ रुपये का आईपीओ
अडाणी विल्मर (Adani Wilmar) ने अपने आईपीओ का साइज छोटा कर दिया है. अडानी विल्मर के आईपीओ के साइज को 4500 करोड़ रुपये से घटाकर 3600 करोड़ रुपये का कर दिया गया है. ये पूरी तरह फ्रेश इश्यू होगा. कंपनी आईपीओ से जुटाये जाने वाले रकम से कर्ज वापस करने के साथ कारोबार को पंख देने में लगायेगी. कंपनी के प्रोमोटर्स और मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी नहीं बेच रहे हैं.
65 शेयर का एक लॉट
अडाणी विल्मर आईपीओ में निवेशक कम से कम 65 शेयर के एक लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं जिसके लिए उन्हें 14950 रुपये देने होंगे. अधिकत्तम निवेशक 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकते हैं और उन्हें 194350 रुपये देने होंगे. अडाणी विल्मर आईपीओ में 107 करोड़ के शेयर्स कंपनी के कर्मचारियों के लिए रिजर्व रखा गया है और उन्हें 21 रुपये प्रति शेयर के डिस्काउंट पर शेयर दिया जाएगा. 50 फीसदी आईपीओ में QIBs के लिए 15 फीसदी गैर संस्थागत निवेशकों को लिए और 35 फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व रखा गया है.
37195 करोड़ रुपये का टर्नओवर
अडाणी विल्मर आईपीओ के जरिए जुटाये रकम में 1900 करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडीचर के मद में, 500 करोड़ रुपये अधिग्रहण में और 1100 करोड़ रुपये के जरिये कर्ज वापस किया जाएगा. आपको बता दें अडाणी विल्मर अडाणी एंटरप्राइजेज और विल्मर ग्रुप का ज्वाइंट वेंचर जिसमें दोनों की 50:50 फीसदी की हिस्सेदारी है. ऐपको बता दें कंपनी का सलाना टर्नओवर 37,195 करोड़ रुपये का है. मार्केट रेग्युलेटर SEBI ने अडाणी विल्मर को पहले ही आईपीओ लाने की मंजूरी दे दी है.
अडाणी ग्रुप की सातवीं लिस्टेड कंपनी
अडाणी विल्मर अडाणी ग्रुप की सातवीं कंपनी होगी जो बाजार में लिस्ट होगी. Adani Wilmar एडिबल ऑयल ब्रांड फॉर्च्यून बनाती है. इस कंपनी की स्थापना अडाणी ग्रुप और सिंगापुर बेस्ड कंपनी Wilmar कंपनी के साथ ज्वॉइंट वेंचर कौ तौर पर 1999 में हुई थी. विल्मर ग्रुप का कारोबार मुख्य रूप से एग्री बिजनेस है. Fortune Oil घर-घर की पसंद है. इसके अलावा कंपनी चावल, सोयाबिन, बेसन, दाल, वनस्पति, खिचड़ी, साबुन, आंटा, चीनी समेत दर्जनों प्रोडक्ट तैयार करती है. ज्यादातर प्रोडक्ट्स Fortune ब्रांच नाम से आते हैं.
डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है सबसे बड़ा
2027 तक अडाणी विल्मर देश की सबसे बड़ी फूड कंपनी बनने का लक्ष्य रखती है. कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, एडिबल ऑयल मार्केट में अपने देश में इसका सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है. पूरे देश में इसके 85 स्टॉक प्वॉइंट और 5000 डिस्ट्रीब्यूटर्स हैं. रिटेल मार्केट में इसकी हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी है. पूरे देश के करीब 15 लाख रिटेल आउटलेट पर इसका प्रोडक्ट उपलब्ध होता है. हेल्थ को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने स्पेशल ऑयल Rice Bran and Vivo को भी लॉन्च किया था. वहीं कंपनी का एक अन्य एडिबल ऑयल ब्रांड Rupchanda बांग्लादेश में मार्केट लीडर है. वहां कंपनी की दो बड़ी रिफाइनरी भी है.
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