गौतम अडानी के अडानी समूह की कंपनी अडानी कॉनेक्स की योजना आने वाले दिनों में हजारों करोड़ रुपये का फंड जुटाने की है. इसके लिए कंपनी की विभिन्न बैंकों के साथ बात चल रही थी और बताया जा रहा है कि योजना को लेकर कंपनी व बैंकों के बीच शर्तें तय हो चुकी हैं.


इन बैंकों से चल रही बात


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी कॉनेक्स 900 से 950 मिलियन डॉलर यानी 7,500 से 8,000 करोड़ रुपये तक का फंड जुटाने के लिए आठ विदेशी बैंकों के साथ बातचीत के अंतिम चरणों में है. रिपोर्ट में मामले से जुड़े लोगों के हवाले से बताया है कि यह फंड 6 साल के विदेशी लोन के रूप में जुटाया जाएगा. इसके लिए जिन बैंकों से बात चल रही है, उनमें एमयूएफजी बैंक, सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग ग्रुप और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक शामिल हैं.


इतनी होगी ब्याज की दर


कंपनी विभिन्न बैंकों के साथ इसी सप्ताह लोन एग्रीमेंट साइन कर सकती है. इस लोन की ब्याज दरें सिक्योर्ड ओवरनाइट फाइनेंसिंग रेट यानी एसओएफआर से 2.5-2.6 फीसदी ज्यादा रह सकती हैं. सिक्योर्ड ओवरनाइट फाइनेंसिंग रेट अभी 5.3 फीसदी है. यानी अडानी की कंपनी को विदेशी बैंकों से 5.5 फीसदी के आस-पास की ब्याज दर पर यह फंडिंग मिल सकती है.


अडानी एंटरप्राइजेज की जॉइंट वेंचर


अडानी कॉनेक्स अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज और एज कॉनेक्स की जॉइंट वेंचर है. इस वेंचर में दोनों के पास बराबर 50-50 फीसदी हिस्सेदारी है. इस जॉइंट वेंचर को भारत में डेटा सेंटर के बिजनेस के लिए बनाया गया है. इस उभरते बिजनेस के लिए अडानी समूह ने बड़ी योजनाएं तैयार की हैं.


इस काम में होगा फंड का इस्तेमाल


अडानी कॉनेक्स की योजना अगले एक दशक में देश के विभिन्न शहरों में 1 गीगा वाट क्षमता के डेटा सेंटर लगाने की है. कंपनी देश के जिन शहरों में डेटा सेंटर लगाने जा रही है, उनमें हैदराबाद, चेन्नई, नोएडा और पुणे शामिल हैं. विभिन्न बैंकों से जुटाए जा रहे फंड का इस्तेमाल कंपनी डेटा सेंटर लगाने में ही करेगी. इससे पहले कंपनी ने पिछले साल 213 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया था.


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