अडानी समूह की कंपनी अडानी कॉनेक्स को अरबों डॉलर की फंडिंग मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इसके लिए बातचीत पूरी हो चुकी है और विभिन्न शर्तों पर सहमति बन चुकी है. कंपनी को 8 ग्लोबल बैंकों से 1.44 बिलियन डॉलर तक की फंडिंग मिलने वाली है.


कंपनी ने बयान में दी जानकारी


अडानी कॉनेक्स ने रविवार को इस फंडिंग के बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी दी. उससे पहले पिछले सप्ताह के दौरान मीडिया रपटों में सूत्रों के हवासे ऐसा दवा किया जा रहा था कि अडानी कॉनेक्स की योजना आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर फंड जुटाने की है. अब इस बारे में कंपनी ने आधिकारिक बयान जारी कर खबरों की पुष्टि कर दी है और फंडिंग की योजना के बारे में जानकारियों को साफ कर दिया है.


अडानी अैर एज कॉनेक्स की जेवी


अडानी कॉनेक्स डेटा सेंटर पर फोकस करने वाली कंपनी है. यह कंपनी अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज और एज कॉनेक्स की जॉइंट वेंचर है. इस वेंचर में दोनों कंपनियों के पास बराबर 50-50 फीसदी हिस्सेदारी है. इस जॉइंट वेंचर को खास तौर पर भारत में डेटा सेंटर के बिजनेस के लिए बनाया गया है. इस उभरते बिजनेस के लिए अडानी समूह ने बड़ी योजनाएं तैयार की हैं. इसमें अडानी एंटरप्राइजेज लगभग 1.5 बिलियन डॉलर निवेश कर रही है.


कंस्ट्रक्शन के लिए जमा हुई रकम


अडानी कॉनेक्स के बयान के अनुसार, फंडिंग में सबसे पहले 875 मिलियन डॉलर की कमिटमेंट शामिल है, जिसे बाद में 1.44 बिलियन डॉलर तक बढ़ाया जा सकता है. इस फंडिंग से डेटा सेंटर बनाने के लिए कंपनी के कंस्ट्रक्शन फाइनेंसिंग पूल में अब 1.65 बिलियन डॉलर जुट गए हैं. कंपनी ने जून 2013 में अपने पहले डेटा सेंटर का निर्माण शुरू किया है, जिसे 213 मिलियन डॉलर की लागत से बनाया जा रहा है.


इन शहरों में बनने वाले हैं डेटा सेंटर


अडानी कॉनेक्स की योजना अगले एक दशक में देश के 9 शहरों में साल 2030 तक कुल 1 गीगा वाट क्षमता के डेटा सेंटर लगाने की है. कंपनी देश के जिन शहरों में डेटा सेंटर लगाने जा रही है, उनमें हैदराबाद, चेन्नई, नोएडा और पुणे शामिल हैं. अभी सिर्फ चेन्नई का डेटा सेंटर ही परिचालन में है. वहीं कंपनी ने नोएडा और हैदराबाद में डेटा सेंटर के कंस्ट्रक्शन को लगभग दो-तिहाई पूरा कर लिया है.


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