काम की खबर: आधार कार्ड में आसानी से बदल जाएगा स्थानीय पता, आसान हुई प्रक्रिया
भारत में 'आधार' पहचान का सबसे बड़ा दस्तावेज़ है. आधार की मौजूदगी से ज्यादातर सरकारी काम बड़े आसानी से हो सकते हैं. आधार से पहले एक छोटे से सरकारी काम के लिए भी अनेक दस्तावेज़ों जमा करने पड़ते थे. अब आधार ने जिंदगी को आसान बना दिया है.
नई दिल्ली: सरकार ने एक नई पहल के जरिए आधार कार्ड पर स्थानीय पता बदलने की प्रक्रिया को आसान बनाने की कवायद की है. सरकार के मुताबिक किसी और प्रूफ की बजाय सेल्फ डिक्लेरेशन (स्वघोषणा) ही काफी होगी. आम तौर पर देखा जाता है कि दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए जाने वाले लोगों के साथ आधार कार्ड में पता बदलवाना सबसे बड़ी समस्या होती है. इस प्रक्रिया से उन लोगों को बहुत फायदा मिलेगा.
प्रवासी लोगों को आधार कार्ड में स्थानीय की जगह स्थाई पता होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता था. वो चाहते हुए भी तत्काल उन सुविधाओं का लाभ नहीं ले पाते थे जो दैनिक जीवन के लिए उपयोगी हैं.
सरकार ने अपने मूल पते से दूर दूसरे राज्यों में काम कर रहे लोगों को बैंक खाता खुलवाने में सहूलियत देने के लिए भी यह कदम उठाया है. बुधवार को राजपत्र के जरिए इसकी अधिसूचना जारी की गई.
सरकार के इस कदम से उन प्रवासी लोगों को मदद मिलेगी जो अपने मूल पते की बजाय स्थानिय पते पर बैंक खाता खुलवाना चाहते हैं. अब स्वघोषणा के जरिए वो आधार कार्ड पर दर्ज पते में बदलाव करा सकेंगे.
आधार एक 12 अंको वाला कार्ड होता है जिसे भारतीय नागरिकों को दिया जाता है. इसे यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी की UIDAI के जरिए जारी किया जाता है. ये एक डिजिटल आइडी प्रूफ है जिसका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं के फायदे के लिए किया जाता है.
कैसे बनाएं आधार कार्ड? 1. सबसे पहले अपने नजदीकी आधार केन्द्र का पता लगाएं. 2. आधार सेंटर पर ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट की सुविधा है, इसलिए पहले से ही एप्वाइंटमेंट ले लें, ताकि आपका कीमती समय बेजा बर्बाद न हो 3. ऑनलाइन एप्वाइंटमेंट के लिए UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://uidai.gov.in/ पर जाएं. 4. अपनी पहचान आधार सेंटर पर साबित करने के लिए एड्रेस प्रूफ के लिए वोटर आइडी कार्ड, राशन कार्ड और पैन कार्ड ले जाएं. यहां शर्त ये है कि जो भी डाक्यूमेंट आप जमा करेंगे वो कम से कम 6 महीने पुराने होने चाहिए. 5. सेंटर से आधार बनवाने के लिए भरे जाने वाले फॉर्म लें और उसमें सावधानी से अपनी सारी जानकारी भरें. 6. फार्म भरकर जमा करने के बाद बॉयोमैट्रिक डेटा लिया जाता है. इसमें दसों उंगलियों के फिंगर प्रिंट, आंख की आइरिस की डेटा और तस्वीर ली जाती है. 7. तमाम ऊपर लिखित जानकारी सबमिट करने के बाद आधार सेंटर पर बैठे अधिकारी के द्वार कार्ड बनवाने वाले को 14 अंकों का एक एकनॉलेजमेंट स्लिप दिया जाता है. इसके सहारे आधार कार्ड कब बनकर तैयार हो जाएगा इसकी जानकारी ली जा सकती है. 8. इसी स्लिप पर दर्ज 14 अंकों के नंबर के जरिए बाद में आधार कार्ड डिजिटली निकाला जा सकता है.
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