आदित्य बिड़ला फैशन रिटेल लिमिटेड ने TCNS क्लोदिंग में 51 फीसदी हिस्सा हासिल किया
Aditya Birla Fashion: एबीएफआरएल ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कंपनी ने टीसीएनएस की विस्तारित शेयर पूंजी का 51 फीसदी हासिल कर लिया है, जिससे टीसीएनएस पर कंट्रोल हासिल हो गया है.
Aditya Birla Fashion: आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड ने शेयर बाजारों को जानकारी दी है कि उसने टीसीएनएस क्लोदिंग में 51 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है. टीसीएनएस अब एबीएफआरएल की एक सब्सिडियरी कंपनी बन गई है.
टीसीएनएस अब एबीएफआरएल की एक सब्सिडियरी कंपनी बनी
एबीएफआरएल ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कंपनी ने टीसीएनएस की विस्तारित शेयर पूंजी का 51 फीसदी हासिल कर लिया है, जिससे टीसीएनएस पर कंट्रोल हासिल हो गया है. बयान में कहा गया, टीसीएनएस अब एबीएफआरएल की एक सब्सिडियरी कंपनी बन गई है. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के लिस्टेड विनियमों के तहत कंपनी का एक ऐसेट सब्सिडियरी कंपनी भी होगी. आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी ने पांच मई को एलान किया था कि वह 1650 करोड़ रुपये के सौदे में टीसीएनएस क्लोदिंग में मेजोरिटी स्टेकहोल्डिंग हासिल करने जा रही है.
ओपन ऑफर के तहत एबीएफआरएल ने खरीदा हिस्सा
ओपन ऑफर के तहत आदित्य बिड़ला फैशन ने टीसीएनएस क्लोदिंग के प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप से 22 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की है. इसके तहत आदित्य बिड़ला फैशन ने अरविंदर सिंह पसरीचा, ओंकार सिंह पसरीचा, सरनप्रीत सिंह पसरीचा और परमीत पसरीचा से कुल 685 करोड़ रुपये में ये स्टेक हासिल कर लिया है. इस खरीदारी के साथ ही आदित्य बिड़ला फैशन के पास TCNS क्लोदिंग की 51 फीसदी हिस्सेदारी आ चुकी है.
टीसीएनएस क्लोदिंग का टर्नओवर जानें
वित्त वर्ष 2023 में टीसीएनएस क्लोदिंग का ओवरऑल टर्नओवर 1201 करोड़ रुपये रहा था जो कि इसके पिछले वित्त वर्ष 2022 के 896 करोड़ रुपये के सालाना टर्नओवर के मुकाबले अच्छी बढ़त कही जा सकती है.
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड को जानें
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड (ABFRL) एक भारतीय फैशन रिटेल कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई में है. यह भारत की सबसे बड़ी फैशन रिटेल कंपनियों में से एक है, जिसकी आय 12,418 करोड़ रुपये (1.6 बिलियन डॉलर) है.
ये भी पढ़ें
Infosys: इंफोसिस में नया अप्रेजल साइकिल शुरू हुआ, अभी तक नहीं मिला पिछला हाइक और बढ़ी हुई सैलरी