Vodafone Idea News: दो वर्षों बाद फिर कुमार मंगलम बिरला की संकट से जूझ रही वोडाफोन आइडिया के बोर्ड में हुई वापसी
Kumar Mangalam Birla: अगस्त 2021 में कुमार मंगलम बिरला ने वोडाफोन आइडिया के नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था.
Vodafone Idea Update: आदित्य बिरला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिरला की फिर से देश की तीसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया के बोर्ड में वापसी हो गई है. कुमार मंगलम बिरला एडिशनल डायरेक्टर के तौर पर कंपनी के बोर्ड में वापस लौटे हैं. कंपनी के बोर्ड में उनकी वापसी 20 अप्रैल, 2023 से ही प्रभावी हो गई है.
दो वर्ष पहले कुमार मंगलम बिरला वोडाफोन आइडिया के चेयरमैन हुआ करते थे. लेकिन तब उन्होंने पद छोड़ दिया था. लेकिन स्टॉक एक्सचेंज को रेग्युलेटरी फाइलिंग में सूचित किया है कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की गुरुवार 20 अप्रैल को बैठक हुई है जिसमें कुमार मंगलम बिरला को एडिशन डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. वोडाफोन आइडिया में आदित्य बिरला समूह की 18.07 फीसदी हिस्सेदारी है.
आपको बता दें वोडाफोन आइडिया बड़े वित्तीय संकट के दौर से गुजर रही है. कंपनी के ऊपर 2.23 लाख करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. लेकिन इस वर्ष फरवरी में सरकार के बकाये 16133 करोड़ रुपये को इक्विटी के बदल दिया गया जिसके बाद सरकार वोडाफोन आइडिया में सबसे बड़ी स्टेकहोल्डर हो गई है. सरकार के पास कंपनी में करीब 33 फीसदी हिस्सेदारी है. सरकार को 10 रुपये के फेस वैल्यू पर शेयर जारी किया गया है. फिलहाल वोडाफोन आइडिया का शेयर 6.05 रुपये पर कारोबार कर रहा है. यानि सरकार को निवेश पर 40 फीसदी का नुकसान हो रहा है.
दरअसल वोडाफोन आइडिया कर्ज के बोझ में डूबी हुई है और कंपनी चलाने के लिए उसे भारी भरकम पूंजी की दरकार है. कंपनी के प्रमोटर की तरफ से लंबे समय पूंजी डालने की बात चल रही है जो अबतक हुआ नहीं. वोडाफोन आइडिया को बेहतर तरीके से संचालन करने के लिए 40,000 से 45,000 करोड़ रुपये की जरुरत है. अगर इसका 50 फीसदी बैंक से कर्ज के रूप में मिल जाता है तो बचे हुए रकम प्रमोटर को डालना होगा. प्रमोटर के फंडिंग के बगैर ना तो कोई भी निवेशक कंपनी में निवेश करना चाह रही और ना कोई बैंक कंपनी को कर्ज देने को तैयार हो रहा है. विदेशी निवेशकों से भी निवेश की राह कंपनी देख रही है.
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