Online Shopping: ऑनलाइन शॉपिंग में फेक प्राइसिंग से क्लिक बटोर रही कंपनियां, ASCI ने दिखाई सख्ती
Advertising Standard Council Of India ने इंटरनेट पर कुछ डार्क पैटर्न की पहचान की और ग्राहकों को जागरुक करने के लिए एक रिपोर्ट जारी की है.
Fake Advertisement on Online Shopping: अगर आप अक्सर ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म (e-commerce Platform) पर ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) करते है, तो आपने देखा होगा कि कई बार प्रोडक्ट रेट इतनी कम दिखाए जाते है कि उसकी पूरी डिटेल्स देखने के लिए आप वेबसाइट में अंदर जरूर चले जाते होंगे. बाद में पता चलता है कि उसका असल में दाम उससे कई गुना अधिक होता है. इस खबर में हम आपको बताने जा रहे है, कैसे ये कंपनी फेक प्राइसिंग दिखाकर अपनी वेबसाइट पर सिर्फ क्लिक बटोरने का काम कर रही है.
ASCI ने लगाई फटकार
इन सभी मामलों के सामने आने के बाद एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) यानी कि Advertising Standard Council Of India ने इंटरनेट पर कुछ ऐसे ही डार्क पैटर्न की पहचान की और ग्राहकों को जागरुक करने के लिए एक रिपोर्ट जारी की है. साथ ही ऐसी वेबसाइट को फटकार भी लगाई है. ASCI ने इस मामले में सुझाव भी दिए है.
पकड़ में आया पैटर्न
ऑनलाइन शॉपिंग में ऐसा भी कई बार देखा गया है, जब कुछ प्रोडक्ट जबरन हमारे कार्ट में डाल दिए जाते हैं और जल्दबाज़ी में ख़रीदे भी जाते हैं. इसके अलावा वेबसाइट पर तब तक काम नहीं बनता जब तक पर्सनल डीटेल या फिर उस विज्ञापन पर क्लिक ना किया जाए.
ASCI ने दिए सुझाव
- ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म या ऐप को कुल कीमत का विज्ञापन करना चाहिए जो ग्राहक की जेब से जायेगा.
- अभी नहीं खरीदा तो कीमत बढ़ जाएगी जैसे गलत दावे वाले बहकावे में ग्राहक ना आएं और ऐप भी ऐसा ना करें.
- ऐप या वेबसाइट को बताना चाहिए कि ये कंटेंट एड है या सच, इसे एडिटोरियल कंटेंट या असल कंटेंट की तरह ऐड नहीं देने चाहिए.
- जबरदस्ती ग्राहक को ऐड पर क्लिक करवाना गलत है.
- जबरन पर्सनल डीटेल दर्ज करवाना गलत है, इसमें ग्राहक की मर्जी होनी चाहिए.
- एयर टिकट खरीदते वक्त इंश्योरेंस या डोनेशन पर पहले से क्लिक करना गलत है. ऐसे चैटबॉक्स अनचेक होने चाहिए
- सब्सक्रिप्शन सर्विस या कैंसल करना ग्राहकों के लिए आसान होना चाहिए.
- ASCI अपनी रिपोर्ट से ग्राहकों को जागरूक करके उनके हक की बात कर रहा है.
- कई देश के Advertising regulators Internet पर advertising के डार्क पैटर्न के खिलाफ आवाज उठा कर ऐसी प्रैक्टिस को रेगुलेट कर रहा है.
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