Home Loan Update: आप जब भी कार लोन या होम लोन लेने जाते है, तो आपको कौन-सा लोन सस्ता ओर कौन-सा लोन महंगा मिलता है. इस बारे में अपने कभी नहीं सोचा होगा. चलिए आपको बता दे कि पर्सनल लोन में 10 % से लेकर 24 % तक का ब्याज बैंक को देना पड़ता है. वहीं दूसरी ओर अगर आप होम लोन या कार लोन आपको 6.5 से 9 % की दर पर आसानी से मिल जाते हैं.
महंगा है पर्सनल लोन
पर्सनल लोन के महंगे होने की सबसे बड़ा कारण है कि ये कम समय के लिए होता है. पर्सनल लोन खासकर 1 से 5 साल तक के लिए लेते हैं. पर्सनल लोन के लिए कोई गारंटी नहीं मांगी जाती है. ऐसे में अगर व्यक्ति किसी वजह से लोन नहीं चुका पाता है तो बैंक का नुकसान होगा, इसलिए पर्सनल लोन काफी महंगा होता है.
कार लोन सस्ता
जब आप कार खरीदने जाते है तब सामान्य सी कार के बिकने पर सरकार को लगभग 42% टैक्स जाता है. यानी जितनी ज्यादा कारें बिकेंगी, उतनी ही अधिक सरकार की कमाई होगी. वहीं सप्लाई चेन के चलने और रोजगार पैदा होने से देश की अर्थव्यवस्था आगे बढ़ती है. ऐसे में सरकार कार लोन को भी प्रमोट करती है, जिससे अधिक से अधिक कार, बाइको की खरीददारी हो, जिससे अर्थव्यवस्था बढ़े और सीधे तौर पर सरकार की कमाई हो.
होम लोन भी सस्ता
बैंकों से होम लोन 6.5 से 9 % सस्ती दर पर मिलता है. इसलिए इसे सरकार प्रमोट करती है. सभी बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) को होम लोन के लिए नेशनल हाउसिंग बैंक (National Housing Bank) की तरफ से लोन मुहैया कराया जाता है. नेशनल हाउसिंग Bank से बैंकों को लोन उनकी तरफ से दिए जा रहे होम लोन की तुलना में करीब 2% तक सस्ती दर पर दिया जाता है. जब घर बनता है तो उसमें ईंट, रेता, बजरी, सरिया, सीमेंट और बहुत सारे मजदूर लगते हैं. यानी रोजगार भी मिलता है और सप्लाई चेन भी चलती है. घर बनने के बाद उसे सजाने में भी लकड़ी-लोहे से लेकर तमाम चीजें के काम होते हैं. देखा जाए तो इससे सीधे-सीधे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है, इसलिए सरकार इसे प्रमोट करती है.
ये भी पढ़ें-